रियो डी जेनेरो, दक्षिण अमेरिका की सबसे प्रतिष्ठित फुटबॉल चैंपियनशिप का शनिवार को फाइनल मुकाबला खेला गया। ब्राजील के रियो डी जेनेरो में खेला गया ये फाइनल मुकाबला इस बार बेहद खास इसलिए भी था क्योंकि दो चिर-प्रतिद्वंद्वी देश- ब्राजील और अर्जेंटीना आमने-सामने थे। मैदान पर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में शुमार लियोनेल मेसी और नेमार जूनियर भी आमने-सामने थे। इस मुकाबले में अर्जेंटीना ने ब्राजील को 1-0 से हराकर खिताब अपने नाम किया। ये अपने देश के लिए खेलते हुए लियोनेल मेसी का पहला खिताब है, उनका अधूरा सपना अब पूरा हो गया है।
फाइनल मुकाबले में शुरुआत से ही अर्जेंटीना का अटैकिंग फील्ड ब्राजील के डिफेंस लाइन पर भारी पड़ता नजर आया और 22वें मिनट में अर्जेंटीना को इसका फल भी मिल गया।एंजेल डी मारिया ने 22वें मिनट में एक शानदार गोल करते हुए अर्जेंटीना को मैच में बढ़त दिला दी। इसके बाद पहले हाफ में कोई गोल नहीं हुआ हालांकि दोनों टीमों ने कई बार काउंटर अटैक का प्रयास किया।
इसके बाद दूसरे हाफ में मेजबान ब्राजीली टीम कई बार नेमार के दम पर अर्जेंटीना के बॉक्स में हरकत में नजर आई लेकिन अर्जेंटीना ने उन्हें गोल करने का कोई मौका नहीं दिया। आंकड़ों में देखें तो अर्जेंटीना ने मैच में ब्राजील से काफी कम मौकों पर टारगेट पर शॉट जड़े लेकिन फिर भी वे गेंद को गोल के जाल में डालने में सफल नहीं हुए।
यही नहीं मैच में बॉल पोजेशन भी ब्राजील के पास ज्यादा प्रतिशत रही लेकिन इसका भी फायदा ब्राजीली टीम नहीं उठा सकी। ये 1975 से शुरू हुए कोपा अमेरिका एरा में अर्जेंटीना का तीसरा कोपा अमेरिका खिताब है। इससे पहले अर्जेंटीना ने लगातार दो बार 1991 और 1993 में ये खिताब अपने नाम किया था।
उससे पहले 1916 से 1967 के बीच जब ये खिताब दक्षिण अमेरिका चैंपियनशिप एरा के रूप में खेला जाता था, तब अर्जेंटीना ने ये खिताब 12 बार अपने नाम किया था।