लखनऊ, उत्तर प्रदेश के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के साथ-साथ राज्य विश्वविद्यालयों व संघटक/संलग्न महाविद्यालयों में शिक्षक के पदों पर भर्ती और विभिन्न शिक्षा सेवा पात्रता परीक्षाओं की तैयारी में जुटे राज्य के लाखों उम्मीदवारों के लिए बड़ी खबर।
यूपी सरकार ने उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा आयोग (यूपीईएससी) के गठन को मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में यूपी कैबिनेट की आज यानी मंगलवार, 1 अगस्त 2023 को हुई बैठक में यूपी शिक्षा सेवा आयोग के गठन को मंजूरी दी गई। इस मंजूरी के बाद से उत्तर प्रदेश के तमाम शासकीय और सहायता प्राप्त विद्यालयों व उच्च शिक्षा संस्थानों में लंबित भर्तियों को जल्द पूरी करने का रास्ता साफ हो गया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा आयोग (UPSEC) द्वारा सरकारी और ऐडेड स्कूलों, यूनिवर्सिटी व डिग्री कॉलेजों के साथ-साथ टेक्निकल इंस्टीट्यूट्स आदि के लिए टीचर और फैकल्टी के पदों पर भर्ती की जाएगी।
विभिन्न स्तरों पर शिक्षकों की भर्तियों के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा आयोग इन भर्तियों के लिए आयोजित की जाने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षाओं UPTET (उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा) और SET (राज्य पात्रता परीक्षा) का भी आयोजन किया जाएगा।
बता दें कि इस समय उत्तर प्रदेश में विभिन्न स्तरों पर शिक्षकों की भर्तियों का आयोजन अलग-अलग आयोगों और चयन बोर्डों द्वारा किया जाता है। प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक भर्ती का आयोजन उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड (UPSESSB) द्वारा किया जाता है। दूसरी तरफ, विश्वविद्यालयों और डिग्री कॉलेजों के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोशिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर भर्ती उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (UPHESC) द्वारा की जाती है।