नई दिल्ली, प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने से एक दिन पहले तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने मंगलवार को घोषणा की कि अमरावती राज्य की एकमात्र राजधानी होगी।
नायडू तेदेपा, भाजपा और जनसेना के विधायकों की एक संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में उन्होंने आंध्र प्रदेश विधानसभा में एनडीए नेता के रूप में सर्वसम्मति से चुना गया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में तीन राजधानियों की आड़ में कोई खेल नहीं होगा। हमारी राजधानी अमरावती है। अमरावती राजधानी है।राज्य के बंटवारे के बाद चंद्रबाबू नायडू पहले मुख्यमंत्री बने। वह 2014 से 2019 तक मुख्यमंत्री रहे। नायडू ने अमरावती को राजधानी बनाने का विचार रखा था।
हालांकि, नायडू के इस विचार को उस समय झटका लगा जब 2019 में उन्होंने सत्ता खो दी और वाई एस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी ने शानदार जीत हासिल की। फिर रेड्डी ने अमरावती शहर की योजनाओं को ठंडे बस्ते में डाल दिया और तीन राजधानियों का एक नया विचार सामने रखा, जिसे नायडू ने अब एकमात्र राजधानी रखने के फैसले के साथ बदल दिया है।
आंध्र प्रदेश के हालिया विधानसभा चुनाव में तेदेपा, भाजपा और जनसेना के गठबंधन ने एकतरफा जीत हासिल की। एनडीए गठबंधन ने विधासभा चुनाव 164 सीट पर जीत दर्ज की। जबकि लोकसभा चुनाव में 21 सीट पर भारी बहुमत के साथ शानदार जीत हासिल की। इस जनादेश ने अमरावती को राजधानी बनाने की योजना में नई जान फूंक दी है।