नई दिल्ली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आप पार्टी के लीगल सेल की ओर से आयोजित अधिवक्ता सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए। अधिवक्ता सम्मेलन में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश के सारे मंत्रियों को जो सुविधाएं मिलती हैं मैंने यह ठान लिया है कि वे सारी सुविधाएं इस देश के आम लोगों को दिलवा कर रहूंगा।
मंत्रियों को फ्री इलाज मिलता है तब उन्हें कोई तकलीफ नहीं होती है लेकिन हम वकीलों को भी फ्री इलाज दे रहे हैं तो उनको तकलीफ होती है।
हमारे विरोधी हमेशा कहते हैं कि पैसा कहां से आएगा तो मेरा यही जवाब होता है जो सारे मंत्री और अधिकारी मिलकर पैसा लूटा करते थे हमने उस लूट को बंद कर दी है और वह पैसा आप लोगों के इलाज में खर्च किया जाएगा अरविंद केजरीवाल दिल्ली सरकार की तरफ से वकीलों के लिए शुरू की गई वेलफेयर स्कीम के संबंध में कहा कि लाइफ इंश्योरेंस के तहत कोरोना के दौरान जान गंवाने वाले 122 वकीलों के परिवारों को 12.25 करोड़ रुपए दिए गए हैं और 1220 वकीलों ने मेडिकल इंश्योरेंस स्कीम का फायदा उठाया है।
अरविंद केजरीवाल ने सिविल लाइंस स्थित शाह ऑडिटोरियम में ‘आप’ लीगल सेल की तरफ से आयोजित अधिवक्ता सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए।अधिवक्ता सम्मेलन में दिल्ली के कोने-कोने से आए सैकड़ों अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जैसा कहा गया कि 2013-14 में कौशाम्बी के एक छोटे से कमरे में ‘आप’ लीगल टीम की शुरूआत हुई थी।
आज इतना बड़ा हम लोगों का परिवार बन गया है। अब सब लोगों को तहे दिल से बधाई। आप लोगों के साथ मेरा दिल का नाता है और प्यार दोनों तरफ से है। आज यहां इतनी बड़ी संख्या में लोग मुख्यमंत्री को सुनने नहीं आए हैं। मुख्यमंत्री तो इतने उबाउ होते जा रहे हैं कि उनको कोई सुनने नहीं आ रहा है। इतनी संख्या में लोग इसलिए आए हैं कि सबका मुझसे कुछ न कुछ तो कनेक्शन है। जो इतने सारे वकील साथियों को खींच कर लाई है। एक कहावत है कि भगवान जो करता है, अच्छा करता है।
भगवान को पहले से पता होता है कि क्या होने वाला है? 18 दिसंबर 2019 को दिल्ली कैबिनेट ने यह स्कीम पास की थी कि हम दिल्ली के सभी वकील भाइयों को लाइफ इंश्योरेंस और मेडिकल इंश्योरेंस की सुविधा देंगे। उस समय पूरी दुनिया में किसी को भी नहीं पता था कि कोरोना आने वाला है। उपर वाले को पता था कि तीन महीने बाद कोरोना आने वाला है।
मैं अभी यही सोच रहा था कि यह स्कीम ऐन समय पर ऐसे पास हो गई, जैसे भगवान ने इसी के लिए किया था कि सभी लोगों को थोड़ी सहूलियत मिल जाए। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे आशा और मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में देश के सभी राज्य इस अच्छी स्कीम को अपनाएंगे और धीरे-धीरे पूरे देश के वकीलों के लिए यह वेलफेयर स्कीम लागू होगी। उन्होंने कहा कि एक संदेश पैदा किया जा रहा है कि यह स्कीम एक ही साल के लिए थी क्या? मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि जब तक हमारी सरकार है, तब तक तो यह स्कीम है, उसके बाद का पता नहीं है।
यह स्कीम आगे भी लागू रहेगी। अभी कुछ अड़चनें थी, एलआईसी के साथ बातचीत चल रही है और यह बातचीत सफल अवश्य होगी। इसके बाद इसे आगे बढ़ा दिया जाएगा। जब इस स्कीम को आगे बढ़ाया जाएगा, तो पोर्टल को दोबारा खोल देंगे, ताकि जो वकील स्कीम से लाभांवित होने से वंचित रह गए हैं, वो भी इसका फायदा उठा सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरी पार्टियों ने इसका खूब विरोध किया।दिल्ली के कानून मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि देश में वकीलों के वेलफेयर के लिए आजतक किसी भी राज्य और केंद्र सरकार वेलफेयर स्कीम लांच नहीं कर पाई। उन्होंने वादे तो जरूरत किए, लेकिन लागू कभी नहीं कर पाए। ऐसे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुझे वकीलों के वेलफेयर की स्कीम को लांच करने का मौका दिया, यह मैं कभी नहीं भूलूंगा। कोविड के दौरान काफी वकीलों की भी जान दी।
अभी तक हम 122 वकीलों को इस स्कीम का लाभ दे चुके हैं। 1200 से अधिक वकीलों को हेल्थ इंश्योरेंस का पैसा जारी कर चुके हैं। मेरी ख्वाहिश है कि जिस तरह यह संगठन दिल्ली में उभर रहा है, उसी तरह पूरे देश के सभी राज्य में जिला कोर्ट और तहसील में हमारा वकीलों का संगठन बने। वकील समुदाय जिसके साथ रहा है, उसको आज तक कोई नहीं हरा पाया। चाहे वह आजादी की लड़ाई हो, चाहे वह बाबा साहेब के संविधान को बचाने की लड़ाई हो, वकील जिसके साथ है, उसको कोई नहीं हरा सकता है