नयी दिल्ली , एलियंस को लेकर कई तरह की खबरें सामने आती रहती हैं। अब तक कई लोगों ने यूएफओ और एलियंस को देखने के दावे किए हैं। वहीं कई लोगों का कहना है कि एलियंस नहीं होते हैं। इस बीच एक शख्स ने दावा किया है कि नासा के स्पेसक्राफ्ट वॉयजर 1 पर एलियंस ने कब्जा कर लिया है और इसके जरिए वे संदेश भेज रहे हैं। बता दें कि अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने 45 साल पहले स्पेसक्राफ्ट वॉयजर 1 को रहस्यों से भरे अंतरिक्ष में भेजा था। अब यह स्पेसक्राफ्ट अजीबोगरीब डेटा भेजा रहा है, जिसके कारण वैज्ञानिक भी हैरान हैं।
इल्यूजनिस्ट और मैजिशियन यूरी गेलर का दावा कि नासा के इस स्पेसक्रास्ट को एलियंस ने हाईजैक कर लिया है और वे उससे जबरदस्ती अस्पष्ट मैसेज भेजने को मजबूर कर रहे हैं। वहीं खगोलविदों ने भी हाल ही में महसूस किया कि स्पेसक्राफ्ट वॉयजर-1 जो डेटा भेज रहा है वह बकवास है। दिमागी क्षमता से चम्मच को मोड़ने वाले यूरी गेलर का दावा है कि नासा का यह स्पेसक्राफ्ट एलियंस के कब्जे में है। जंक टेलीमेट्री डेटा एक ‘गड़बड़’ था। वहीं नासा का कहना है कि उसका अंतरिक्ष यान वायजर 1 ठीक तरह से काम कर रहा है लेकिन वह जो डेटा भेज रहा है वह हैरान करने वाला है।
यूरी ने मिल्की वे के एक लाइव फीड वीडियो में दावा किया है कि यह कोई गड़बड़ नहीं है बल्कि ये एक अलौकिक सभ्यता से एलियंस के संकेत हैं। उन्होंने कहा,’मैं बहुत कुछ जानता हूं। मैंने देखा है, मैंने धारण किया है, मैंने अनुभव किया है।’ वीडियो के साथ कैप्शन में यूरी ने लिखा,’वॉयजर-1 स्पेसक्राफ्ट 1977 में पृथ्वी से निकला और अब 14.5 बिलियन मील दूर है! लेकिन नासा अब वह प्राप्त कर रहा है जिसे वह ‘असंभव डेटा’ कहता है।’ साथ ही उनका कहना है कि ये सिग्नल एलियंस द्वारा भेजे जा रहे हैं। इससे पहले नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेट्री की एक प्रोजेक्ट मैनेजर सुजैन डॉड ने कहा कि वॉयजर का इस तरह व्यवहार करना एक रहस्यमय बात है। वॉयजर का एएसीएस सिस्टम सही जानकारी नहीं दे रहा है।
बता दें कि एएसीएस वॉयजर जगह की जानकारी देने के अलावा वह कई अन्य काम करता है। उनमें से एक वॉयजर के एंटीना को पृथ्वी की ओर रखना है। अभी इस कारण वॉयजर में कोई समस्या नहीं आई थी। नासा का कहना है कि एंटीना लगातार सिग्नल भेज रहा है, यानी कि वह सही से काम कर रहा है और पृथ्वी की तरफ है। वॉयजर का सिस्टम कमांड के हिसाब से सही काम कर रहा है लेकिन यह जो डेटा पृथ्वी पर वापस भेज रहा है, माना जाता है कि वह अस्पष्ट है, और समझ के बाहर है। सुजैन डॉड का कहना है कि वॉयजर-1 जो डेटा भेज रहा है वह दूसरे डेटा से मैच नहीं हो रहा है।