



लखनऊ, किसी एयरपोर्ट पर पांच माह तक दिन में कोई फ्लाइट लैंड ना करे, ऐसा बहुत कम ही हुआ है. लेकिन अब लखनऊ का चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पांच महीनों तक दिन की उड़ानों के लिए बंद किया जाएगा.
लखनऊ एयरपोर्ट के रनवे का आधुनिकीकरण और मरम्मत कार्य करने को लेकर एक मार्च से 15 जुलाई तक हर दिन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक एयरपोर्ट को बंद रखने की प्रस्ताव नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को भेजा गया है.
एयरपोर्ट प्रवक्ता के अनुसार, सोमवार तक इस प्रस्ताव को डीजीसीए से मंजूरी मिलने की उम्मीद है. इसके बाद ही पांच माह तक एयरपोर्ट पर दिन की फ्लाइट बंद करने का ऐलान किया जाएगा. एयरपोर्ट प्रशासन की इस योजना को देखते हुए कई एयरलाइंस ने अपने समर शेड्यूल में बदलाव करने में जुट गई हैं. यह चर्चा भी है कि लखनऊ एयरपोर्ट पर दिन की फ्लाइट बंद होने के चलते अब उड़ानों की संख्या कम हो जाएगी और यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण हवाई किराया बढ़ जाएगा.
फिलहाल हवाई किराए में होने वाले इजाफे को लेकर एयरपोर्ट के प्रवक्ता कुछ भी बोलने को तैयार नहीं नहीं है. प्रवक्ता का कहना है कि लखनऊ एयरपोर्ट को लंबी दूरी की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए तैयार किया जा रहा है. इस कारण रनवे की मरम्मत कार्य का कार्य करते हुए टैक्सी वे और आधुनिक हैंगर जैसी सुविधाएं जोड़ी जाएंगी. यात्रियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए यह जरूरी है.
पिछले वर्ष अक्टूबर में यह कार्य शुरू किया जाना था, लेकिन तब एयरलाइंस ऑपरेटरों ने विरोध जताया था. अब सबकी सहमति मिलने के बाद एयरपोर्ट को दिन में बंद करने का प्रस्ताव डीजीसीए को भेजा गया है. एयरपोर्ट प्रशासन की इस फैसले के बाद अब घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट ऑपरेटर अपनी उड़ानों को रात में शिफ्ट करने की योजना बनाने में जुट गए हैं.
इंडिगो और एयर इंडिया ने अपनी कुछ उड़ानें कम कर दी हैं, जबकि ओमान एयरवेज भी अपनी सेवाओं में कटौती कर सकता है. ऑपरेटर संघ के अनुसार, लखनऊ एयरपोर्ट पर सभी महत्वपूर्ण उड़ानें दिन में हैं. दिन में रनवे बंद होने से एयरलाइन्स को तगड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है, साथ ही 35 या इससे अधिक उड़ानें निरस्त करनी पड़ सकती हैं. ऐसे दावों के बीच में एयर इंडिया ने दिल्ली की दो उड़ानों का समय सुबह कर दिया है, जबकि मुंबई जाने वाली फ्लाइट को शाम 8:15 बजे कर दिया गया है.
बताया यह भी जा रहा है कि करीब 20 हजार से अधिक लोगों ने यात्रा के लिए एडवांस टिकट बुक करा रखे हैं. अब अगर एक मार्च से 15 जुलाई तक हर दिन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक रनवे बंद किया गया तो कई उड़ानें निरस्त करनी पड़ेंगी. यात्रियों द्वारा बुक कराए गए टिकटों को भी दोबारा जारी करना होगा. ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के लोगों का कहना है कि अधिकतर उड़ानें शाम और रात में शिफ्ट हो जाने से यात्रियों को असुविधा होगी.
वहीं, इंटरनेशनल एयरलाइंस के लिए भी यह स्थिति चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है. रनवे बंद होने के कारण लखनऊ एयरपोर्ट से उड़ानों की संख्या कम होगी. इंडिगो की 43 में से लगभग 12 उड़ानें निरस्त हो सकती हैं. रनवे बंद होने के कारण के कारण कानपुर एयरपोर्ट बड़े प्लेन लैंड होंगे. यही नहीं उड़ानों की संख्या कम होने और यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण हवाई किराया बढ़ेगा. अभी दिल्ली-लखनऊ मार्ग का किराया 2300 से 2500 रुपये के बीच है, लेकिन यह बढ़कर 5000 से 6000 रुपये तक पहुंच सकता है.