नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश के हो रहे 2022 के चुनाव में एक और पुलिस अफसर की सियासी एंट्री होने जा रहा है. यूपी कैडर के आईपीएस और कानपुर के आयुक्त रहे असीम अरूण के बाद अब यूपी पुलिस में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर जाने वाले राजेश्वर सिंह (PPS Rajeshwar Singh) का केन्द्र सरकार ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
लिहाजा चर्चा है कि वह बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि पहले ये चर्चा था कि बीजेपी उन्हें साहिबाबाद सीट से टिकट दे सकती है, लेकिन अब कहा जा रहा है कि वह सुल्तानपुर से चुनाव लड़ सकते हैं।
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फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय (ED) के संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह का इस्तीफा केन्द्र सरकार ने स्वीकार कर लिया गया है. असल में राजेश्वर सिंह ने वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना) के लिए आवेदन किया था और इसे मंजूर कर लिया गया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राजेश्वर सिंह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थाम कर अपनी सियासी पारी की शुरुआत कर सकते हैं. वहीं इस्तीफे के बाद उन्होंने सार्वजनिक पत्र जारी कर बीजेपी के प्रति लगाव का भी जिक्र किया है. जिसके बाद चर्चाओं को बल मिला है कि वह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. हालांकि ये चर्चा कुछ दिन पहले भी थी कि वह बीजेपी में शामिल हो रहे हैं।
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एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राजेश्वर सिंह उत्तर प्रदेश की सुल्तानपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि पहले उनकी साहिबाबाद सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा थी. वहीं वीआरएस लेने के बाद जारी अपने पत्र में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ की और लिखा है देश को शक्तिशाली और विश्व गुरु बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
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राजेश्वर यूपी प्रांतीय पुलिस सेवा के अफसर हैं और वह उत्तर प्रदेश पुलिस में 10 साल और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में 14 साल तक सेवा दे चुके हैं. उन्होंने ईडी में रहते हुए 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाला, अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदा, एयरसेल मैक्सिस घोटाला, आम्रपाली घोटाला, नोएडा पोंजी योजना घोटाला और गोमती रिवरफ्रंट जैसे कई हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच की है।
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जिसको लेकर वह सुर्खियों में आए. राजेश्वर सिंह 1996 बैच के पीपीएस अधिकारी हैं और उन्हें यूपी पुलिस में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट कहा जाता था. उनकी पत्नी लखनऊ में पुलिस विभाग में आईजी के पद पर है. राजेश्वर सिंह के परिवार के ज्यादातर सदस्य ब्यूरोक्रेट्स हैं।