लखनऊ, उत्तराखंड में भारी बारिश का असर यूपी में भी दिखने लगा है। मुरादाबाद में रामगंगा और रामपुर में कोसी नदी उफनाने से लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे पर पानी आ गया। इस कारण यातायात रोक दिया गया है।
पहाड़ों पर हुई बारिश के बाद कालागढ़ डैम फुल होने से पांच हजार क्यूसिक से ज्यादा पानी छोड़ा गया तो रामगंगा नदी ओवर फ्लो हो गई। इससे रामगंगा के किनारे बसे गांवों में पानी घुस गया।
मुरादाबाद के करीब सौ गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया। वहीं दूसरी ओर लखीमपुर खीरी में पलिया-भीरा के बीच रेल पटरी पर भी बारिश का पानी आ गया है। इस कारण मैलानी-नानपारा एक जोड़ी ट्रेने निरस्त कर दी गई है। पीलीभीत जिले के कुछ गांव में भी पानी घुस गया। कल शाम से ही जान बचाने के लिए गांव के छत और पेड़ों पर बैठे आठ लोगों को एयरफोर्स की टीम ने एयरलिफ्ट कर बचाया। उत्तराखंड के बनबसा से पानी छोड़े जाने के बाद पीलीभीत के 30 गांव बाढ़ की चपेट में हैं।
रामगंगा किनारे बसे गांवों में हाई अलर्ट कर दिया गया। प्रशासनिक व्यवस्था में जुटे अफसरों ने लेखपालों की टीम गांवों में भेज दी अफसर भ्रमण करने लगे। अलसुबह नेशनल हाईवे 24 के किनारे मूढापांडे क्षेत्र में कई गांवों में हाहाकार मच गया। बाढ़ राहत के लिए एसडीआरएफ समेत टीमें सक्रिय कर दी गईं। उधर रामपुर में कोसी नदी उफनाने से पानी ने तबाही मचानी शुरू कर दी। विभागीय अफसरों के अनुसार पहाड़ों के पानी के नीचे उतरने और डैम से पानी छोड़े जाने का असर है। इससे अभी और पानी आ सकता है। लोगों को नदियों के किनारे नहीं जाने की सलाह दी जा रही है। हाईवे पर पानी आने से वाहन चालकों का भी निकलना मुश्किल हो गया है। मुरादाबाद से रामपुर तक बाढ़ के पानी का कहर दिखाई दे रहा है। एडीएफ फाइनेंस युगराज सिंह ने सभी एसडीएम को लगातार राहत कार्यों के लिए कहा है।