लखनऊ, मानसून यूपी की राजधानी लखनऊ समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में झमाझम बरस रहा है। पिछले 12 घंटे से लगातार बरसात हो रही है। वहीं पिछले 24 घंटे में शाम चार बजे तक राजधानी में 157 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है।
मौसम विभाग बता रहा है कि शुक्रवार तक ऐसे ही बरसात होगी। यही नहीं मानसून की बरसात गुरुवार की सुबह तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश को भी तर कर देगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने एतिहातन कल सभी जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
ओडिशा और छत्तीसगढ़ में जो डिप्रेशन तैयार हुई उसका असर मध्य प्रदेश से होते हुए उत्तर प्रदेश तक पहुंचा है। इसी डिप्रेशन के कारण मध्य प्रदेश के ऊपर दो दिन पहले कम दबाव का क्षेत्र का तैयार हुआ। इससे मध्य प्रदेश के उत्तरी क्षेत्रों के अलावा उत्तर प्रदेश खासकर पूर्वी जिलों में झमाझम बरसात हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार की सुबह 8.30 बजे से लेकर गुरुवार की शाम चार बजे तक राजधानी में 107 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है।
यह इस मानसून में सबसे ज्यादा बरसात है। इसके अलावा फुरसतगंज (रायबरेली) में रिकार्ड 186 मिलीमीटर बरसात हुई। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि राजधानी में हुई इस बरसात से मानसून की औसत बरसात के रिकार्ड में कुछ सुधार होगा। बुधवार तक राजधानी में मानसून की 633.2 मिलीमीटर बरसात हो जानी चाहिए। पर अभी हुई सिर्फ 491.5 मिलीमीटर है। यह 22 फीसदी कम है। शुक्रवार तक इसमें सुधार होगा।
राज्य के 16 जिले ऐसे हैं जहां मौजूदा समय तक मानसून में औसत से ज्यादा वरसात दर्ज की गई है। वहीं बाकी जिले अभी औसत बरसात के लिए तरस रहे हैं। चित्रकूट ऐसा जिला है जहां इस मानसून में अब तक धमाकेदार बरसात हुई है। यहीं मानसून की औसत से 72 फीसदी ज्यादा बरसात हुई है। यहां अब तक 1211.4 मिलीमीटर बरसात हुई है। यहां औसत अब तक मानसून की औसत बरसात 705 मिलीमीटर है। उत्तर प्रदेश इस मानसून में अब तक 732.1 मिलीमीटर बरसात हो जानी चाहिए थी। पर हुई अभी 632.3 मिलीमीटर। राज्य में अभी औसत से 14 फीसदी कम बरसात हुई है।