त्रिपोली, लीबिया के पूर्व राष्ट्रपति कर्नल गद्दाफी के बेटे को सात साल बाद रिहा कर दिया गया है. उसे पड़ोसी देश नाइजर से प्रत्यर्पण के बाद लीबिया की राजधानी त्रिपोली में हिरासत में रखा गया था. न्यूज एजेंसी एपी की खबर के मुताबिक, लीबिया के कार्यकारी प्रधानमंत्री अब्दुल हमीद दबेबाह ने अल-सादी गद्दाफी की रिहाई की बात कही है. अब्दुल हमीद ने कहा कि कोर्ट ने इसका ऑर्डर दिया था, जिसका पालन करते हुए अल-सादी को रिहा किया गया है. जानकारी के मुताबिक, रिहाई के बाद अल-सादी तुर्की चला गया.
कर्नल मुअम्मर गद्दाफी के कुल 8 बच्चे थे, इसमें से ज्यादातर शासन चलाने में उसकी मदद करते थे. एक बेटे मुतास्सिम को पिता गद्दाफी के साथ ही मार दिया गया था. दो बेटे (सेफ अल-अरब और खमिस) पहले मारे गए थे. एक अन्य बेटा सैफ-ए-इस्लाम जिसे 2017 में हिरासत से रिहा किया गया था, वह लीबिया में ही रह रहा है. एक और बेटा जिसका नाम हैनिबल है वह फिलहाल हिरासत में ही है. बाकी बच्चे, गद्दाफी की बीवी, मां ओमान में शरण लेकर रहे रहे हैं.
पिता के राज में अल सादी गद्दाफी एशो-आराम की जिंदगी जी रहा था. लीबिया की वह लीबिया फुटबाल की टीम की तरफ खेला भी था. लीबिया टीम के साथ-साथ अल सादी लीबिया फुटबॉल फेडरेशन का भी प्रमुख था. उसपर लीबिया के मशहूर फुटबॉल खिलाड़ी बशीर अल-रियानी की हत्या के भी आरोप लगे थे. 2011 के विद्रोह के दौरान अल-सादी एक स्पेशल फोर्स का नेतृत्व कर रहा था. इसका काम प्रदर्शनकारियों और विद्रोहियों को ‘चुप’ करवाना था.
लीबिया फिलहाल अस्थिरता से गुजर रहा है. कोर्ट ने लीबिया में इस साल के अंत तक चुनाव कराने का भी आदेश दिया है. कर्नल गद्दाफी ने करीब 40 साल तक लीबिया पर राज किया था.
गौरतलब है कि 2011 में हुए विद्रोह के बाद गद्दाफी को सत्ता से बेदखल कर दिया गया, फिर दो महीने बाद उसे मार दिया गया था.