नई दिल्ली, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हल्दीराम, अमूल जैसी कंपनियों की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
आरोपी हल्दीराम जैसे फेमस ब्रांड्स की फर्जी वेबसाइट चला रहे थे और लोगों को फ्रेंचाइजी, डीलरशिप और डिस्ट्रीब्यूटरशिप दिलाने के नाम पर ठगी देते थे.
जांच में पता चला कि ये लोग अब तक हल्दीराम, अमूल और पतंजलि जैसी कंपनियों की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर निर्दोष लोगों को ठगने में सफल रहे हैं. पुलिस ने 17 बैंक खाते सीज किए हैं. पुलिस के मुताबिक, गैंग 16 राज्यों में 126 वारदातों को अंजाम दे चुका है. इन लोगों ने अब तक 1.1 करोड़ रु की ठगी की है।
इस मामले में पुलिस ने रशिका गर्ग नाम की महिला की शिकायत पर जांच शुरू की. महिला से इस गैंग ने दो महीने में 11.74 लाख रुपए की ठगी की. गिरोह के सदस्यों ने खुद को ‘हल्दीराम का अधिकारी बताया था. इन लोगों ने खुद की पहचान आशीष कुमार और रवि कुमार के रूप बताई. रशिका को उस वक्त अपने साथ ठगी का अहसास हुआ, जब गैंग ने उससे छोटी सी वजह के लिए 1.6 लाख रुपए का भुगतान करने के लिए कहा. इसके बाद महिला ने पुलिस ने पास शिकायत की।
पुलिस को जांच में हल्दीराम की कई वेबसाइट्स मिलीं. ये वेबसाइट्स हल्दीराम की फ्रेंचाइजी देने का दावा कर रही थीं. अब तक ऐसी 6 वेबसाइट्स पुलिस की नजर में आई हैं. जांच में पता चला है कि इन वेबसाइट्स के जरिए देशभर से कई लोगों के साथ ठगी की गई. इन लोगों के पास से पुलिस को बड़ी संख्या में फर्जी सिम, बैंक खाते और 36 से अधिक स्मार्ट फोन मिले हैं।
पुलिस के मुताबिक, इस गैंग के सदस्य देश के कई हिस्सों में फैले हुए हैं. पुलिस ने छापेमारी के बाद नालंदा (बिहार) , फरीदाबाद (हरियाणा) , लुधियाना (पंजाब) और दिल्ली से चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इसका मास्टरमाइंड विकास मिस्त्री है, इसे नालंदा से गिरफ्तार किया गया है. एक आईटी कंपनी का सीईओ विनय विक्रम सिंह भी गिरफ्तार किया गया है.