मुम्बई, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को मंगलवार देर रात जमानत मिल गई। राणे पर आरोप है कि उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था। नारायण राणे को पहले चिपलून से हिरासत में लिया गया था, उसके बाद कागजी कार्यवाई पूरी कर गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद रात को उन्हें रायगढ़ के महाड अदालत में पेश किया गया जहां उन्हें जमानत दे दी गई।
महाड मजिस्ट्रेट कोर्ट ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ उनके कथित बयान के संबंध में 15,000 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी है। हालांकि नासिक पुलिस ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को उनके ख़िलाफ़ दर्ज़ हुई एफआईआर के संबंध में नोटिस भेजकर 2 सितंबर को थाने में पेश होने को कहा है।
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के वकील संग्राम देसाई ने बताया कि जमानत देते समय अदालत ने कुछ शर्तें रखी हैं- वह 31 अगस्त और 13 सितंबर को पूछताछ के लिए थाने में मौजूद रहेंगे और भविष्य में इस तरह का अपराध नहीं करेंगे। वहीं भाजपा के प्रवीण दरेकर ने कहा कि महाड मजिस्ट्रेट कोर्ट ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को जमानत दे दी है। हम परसों जन आशीर्वाद यात्रा शुरू करेंगे।
गौरतलब है कि राणे ने हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लेकर एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने ठाकरे की आलोचना करने के साथ ही कथित तौर पर उन्हें थप्पड़ मारने की बात कही थी। इस बयान के बाद उन पर एफआईआर दर्ज की गई थी।
राणे को मंगलवार दोपहर हिरासत में लेने के बाद औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद रात में उन्हें रायगढ़ जिले की महाड कोर्ट में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री राणे के विरुद्ध ठाणे के नौपाड़ा में भी एक और मामला दर्ज किया गया। जिसके बाद राणे को गिरफ्तार कर लिया गया। इस गिरफ्तारी पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर अपनी नाराजगी जताई। नड्डा ने अपने ट्वीट में लिखा कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे जी की गिरफ्तारी संवैधानिक मूल्यों का हनन है। इस तरह की कार्यवाही से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे। भाजपा को जन-आशीर्वाद यात्रा में मिल रहे अपार समर्थन से ये लोग परेशान हैं। हम लोकतांत्रिक ढंग से लड़ते रहेंगे, यात्रा जारी रहेंगी।