काबुल, अफगानिस्तान पर अब तालिबान के कब्जे को लेकर महज औपचारिक घोषणा की बाकी है। तालिबानी लड़ाके आज पहले राजधानी काबुल में चारों तरफ से घुस गए। उनका आतंक देख अमेरिकी दूतावास के अधिकारी मौंके से भाग खड़े हुए। कुछ को हेलिकॉप्टर से एयरलिफ्ट किया गया। अब खबर आ रही है कि तालिबान के वार्ताकार सत्ता के ‘हस्तांतरण’ की तैयारी के लिए अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन जा रहे हैं। एसोसिएटेड प्रेस ने अफगान अधिकारी के हवाले से यह जानकारी दी है।
अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर रविवार को बताया कि इस मुलाकात का उद्देश्य तालिबान को शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता सौंपना है।इससे पहले तालिबान ने कहा था कि उनकी ताकत के बल पर सत्ता लेने की योजना नहीं है।
आपको बता दें कि तालिबान के लड़ाकों ने राजधानी काबुल के बाहरी इलाकों में रविवार को प्रवेश कर लिया। चरमपंथियों की देश पर मजबूत होती पकड़ के बीच, घबराए सरकारी कर्मचारी दफ्तरों को छोड़कर भाग निकले। इसी दौरान अमेरिकी दूतावास पर हेलीकॉप्टर आ गए हैं।
अफगानिस्तान के तीन अधिकारियों ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि तालिबान ने राजधानी काबुल के बाहरी इलाकों में रविवार को प्रवेश कर लिया है। अधिकारियों ने बताया कि तालिबान के लड़ाके कलाकान, काराबाग और पघमान जिलों में मौजूद हैं। चरमपंथियों ने इससे पहले जलालाबाद पर कब्जा किया था।
काबुल में गोलीबारी की रूक-रूककर आ रही आवाज के बीच तालिबान ने काबुल को ‘जबरदस्ती अपने कब्जे में नहीं लेने का संकल्प लिया। तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि वो शांतिपूर्ण हस्तांतरण का इंतजार कर रहे हैं।
तालिबान ने कहा, ”किसी की भी जान, संपत्ति, सम्मान को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा और काबुल के नागरिकों की जिंदगी पर खतरा नहीं होगा।”