नई दिल्ली, अफगानिस्तान में चल रहे तालिबानी विद्रोह को भारत ने गंभीरता से लेते हुए, अफगानिस्तान के भारतीय दूतावास ने यहां काम करने वाले सभी भारतीयों को अपने वतन लौटने के लिए सुरक्षा परामर्श दिए गए है। भारतीय कंपनियों को अफगानिस्तान में परियोजना स्थलों से अपने भारतीय कर्मचारियों को तुरंत वापस लाने की सलाह भी दी गई है।
दूतावास के सुरक्षा सलाह में कहा गया है कि अफगानिस्तान के कई हिस्सों में हिंसा तेजी से बढ़ते जा रहीं हैं, कई प्रांतों और शहरों के लिए हवाई यात्रा सेवाएं बंद हो रही हैं। यहां आने वाले लोग, रहने वाले और काम करने वाले सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जा रही है कि वह सभी खुद को वाणिज्यिक उड़ानों की उपलब्धता से अपडेट रखें। अफगानिस्तान में ठहरने व यात्रा के लिए हवाई सेवाओं के बंद होने से पहले भारत लौटने के लिए तत्काल यात्रा की व्यवस्था करें।
यह फैसला तब लिया गया जब उत्तर के शहर मजार-ए-शरीफ में भारत ने अपने वाणिज्य दूतावास को बंद कर दिया, फैसले में अपने राजनयिकों और भारतीय नागरिकों को तत्काल प्रभाव से घर जाने का आग्रह किया गया। अफगानिस्तान में गए सभी भारतीय पत्रकारों को भी जाने के लिए बोला गया है। देश के विभिन्न हिस्सों में हो रही सुरक्षा स्थिति में तेजी से बदलाव को देखते हुए यह जोखिम मीडियाकर्मियों पर भी है। भारतीय नागरिकों को दूतावास की वेबसाइट https://eoi.gov.in/kabul/ या ईमेल द्वारा paw.kabul@mea.gov.in अपने आप को पंजीकरण के लिए कहा गया है।
पिछले हफ्ते ही विदेश मंत्रालय ने लोकसभा में कहा था कि भारत सतर्क है और अफगानिस्तान में सभी भारतीयों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय कर रहा है। बता दें कि देश में जब से अमेरिकी सैनिकों को वापस शुरू हुई है तब से तालिबान हिंसा का सहारा लेकर पूरे अफगानिस्तान में तेजी से आगे बढ़ रहा है।