टोक्यो, भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में ‘गोल्ड मेडल’ अपने नाम किया. इसी के साथ नीरज चोपड़ा ने इतिहास रच दिया है. नीरज चोपड़ा ने फाइनल में क्रमश: 87.03, 87.58, 76.79, x, x, 84.24 मीटर का थ्रो फेंका. इसी के साथ नीरज जैवलिन थ्रो (Javelin Throw) में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय बन चुके हैं. यह ओलंपिक के ‘ट्रैक एंड फील्ड’ में भी भारत का पहला मेडल है. नीरज से पहले अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था. अभिनव ने हालांकि यह स्वर्ण निशानेबाजी में जीता था. टोक्यो से पहले भारत को ओलंपिक में एथलेटिक्स इवेंट्स में कभी कोई पदक नहीं मिला था।
नीरज ने क्वालीफिकेशन राउंड के पहले प्रयास में ही 86.65 मीटर के थ्रो के साथ फाइनल के लिए क्वालीफाई कर भारत की पदक की उम्मीदें बढ़ा दी थीं. नीरज ने क्वालीफिकेशन में जिस तरह का प्रदर्शन किया और वह ग्रुप ए में पहले स्थान पर रहे थे, उसके बाद उनसे सोना लाने की संभावना बढ़ गई थी. 23 वर्षीय नीरज ने ओलंपिक स्टेडियम में, ग्रुप ए क्वालीफिकेशन राउंड के अपने पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर का थ्रो फेंक 83.50 मीटर के ऑटोमेटिक क्वालीफाइंग अंक को हासिल किया था तथा फाइनल में पदक के प्रबल दावेदार के रूप में उभरे।
नीरज ने मार्च में इंडियन ग्रां प्री में 88.07 मीटर के नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ अपने सीजन की शुरुआत की थी और इसके बाद फेडरेशन कप में 87.80 मीटर थ्रो के साथ एक और सराहनीय प्रदर्शन किया था।