पीलीभीत, उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में बुधवार को कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले के सामने काले झंडे दिखाने के मामले में भारतीय किसान यूनियन के खिलाफ कार्रवाई की गयी है. यही नहीं यूनियन के खिलाफ कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन और मंत्री को रोकने का भी मामला है.
जानकारी के मुताबिक वीआईपी ड्यूटी पर तैनात कस्बा इंचार्ज बालक राम की तरफ से एफआईआर कराई गयी है. यह मामला थाना पूरनपुर के NH730 का है.
मामले में भारतीय किसान यूनियन के नौ लोगों के खिलाफ नामजद वहीं दस अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए वहां मौजूद पुलिस ने उनके हाथों से झंडे छीने और उन्हें हिरासत में ले लिया. हालांकि, बताया जा रहा है कि इसी बीच कैबिनेट मंत्री अपनी गाड़ी से उतरे और उन्होंने किसानों की मांग को लेकर आश्वासन दिया.
बता दें कि किसानों को लेकर संसद के अंदर लगातार आवाज उठाई जा रही है. इस बीच राज्यसभा में गृह मंत्रालय की तरफ से ये जानकारी दी गई है कि 2020 से 20 जुलाई 2021 तक दिल्ली पुलिस ने किसान आंदोलन से जुड़े 183 लोगों को गिरफ्तार किया है और ये सभी जमानत पर हैं.
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने सदन को जानकारी दी है कि दिल्ली पुलिस के अनुसार, राजद्रोह कानून या UAPA, आंदोलन कर रहे किसानों के विरुद्ध दर्ज किए गए किसी भी मामले में लागू नहीं किया गया है.