यदि आप भी करते हैं क्रोम का इस्तेमाल तो जान लीजिए उसके वर्ज़न के बारे में वरना हो सकता है नुकसान

नई दिल्ली, आज के समय में गूगल क्रोम का इस्तेमाल सभी प्लेटफॉर्म्स पर किया जाता है जिसमें विंडोज और एंड्रॉयड टॉप पर हैं. यह ब्राउजर सभी एंड्रॉयड डिवाइस पर मिल सकता है. वहीं Vivaldi, Opera, Microsoft Edge और Brave Browser जैसे ब्राउजर भी गूगल के क्रोमियम ब्राउजर इंजन पर निर्भर करता है।

अब इसमें एक गड़बड़ी का खुलासा हुआ है जिसका हैकर्स द्वारा गलत इस्तेमाल किया जा सकता है. हालांकि गूगल ने घोषणा की है कि कंपनी ने बड़ी गड़बड़ी को ठीक कर लिया है फिर भी इसके लिए कुछ कार्रवाई करने की आवश्यकता है.

इसका मतलब है कि जिन यूजर्स के डिवाइस में गूगल क्रोमियम ब्राउजर इंस्टॉल है उन्हें इसे तुरंत अपडेट करने की जरूरत है

इस गड़बड़ी के कारण हैकर्स न सिर्फ आपके डिवाइस को कंट्रोल कर सकते हैं बल्कि आपके डेटा के लीक होने का भी खतरा है. इसलिए यूजर्स को
फटाफट अपने डिवाइस में क्रोम के लेटेस्ट वर्जन को इंस्टॉल करने की जरूरत है.

कंपनी ने अपने ब्लॉग में बताया है कि जिस नए बग के बारे में पता चला है वो पहले से ही इस्तेमाल में था जिसका मतलब है कि इसमें जीरो-डे वल्नरबिलिटी (0-day) है. जीरो-डे एक सुरक्षा दोष है जिसका उपयोग हैकर्स द्वारा उस कंपनी के ज्ञान के बिना किया जाता है जिसने ऐप या सर्विस को डेवलप किया है. इसे डार्क वेब पर लाखों डॉलर में बेचा जा सकता है. Google ने यह भी पुष्टि की है कि उसे CVE-2021-30563 के गड़बड़ी के बारे में मालूम है.

जिन यूजर्स के ब्राउजर को अपडेट के जरिए पैच नहीं किया गया है वो इस गड़बड़ी का शिकार हो सकते हैं और क्रोम ब्राउजर में ओपन सोर्स जावा स्क्रिप्ट में परेशानी होने के कारण हैकर्स उनके डेटा को एक्सेस कर सकते हैं. ऐसे में जो भी यूजर्स ब्राउजर के पुराने वर्जन का इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें अपडेट करने की जरूरत है. ब्राउजर को अपडेट करने के लिए यूजर्स को सबसे पहले Settings और फिर Help और फिर About Google Chrome में जाना होगा. अगर आप क्रोम ब्राउतर के 91.0.4472.164 या उससे बाद के वर्जन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप इस गड़बड़ी से बच सकते हैं.

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