नई दिल्ली, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने इस्तीफे की पेशकश करने संबंधी अटकलों को शनिवार को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि इनमें कोई सच्चाई नहीं है, बल्कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें दक्षिणी राज्य में पार्टी को मजबूत करने और चुनाव में फिर सत्ता में लाने को कहा है। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व ने उन्हें राज्य के आगामी चुनावों में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी भी सौंपी है।
कर्नाटक में 2023 में राज्य विधानसभा के चुनाव होने हैं जबकि 2024 में लोकसभा के चुनाव प्रस्तावित हैं। येदियुरप्पा ने आज भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की।
शुक्रवार को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और मेकेदातु परियोजना सहित राज्य के विकास से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की थी। कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच येदियुरप्पा का दिल्ली दौरा हुआ है। इस दौरे ने इन अटकलों को और बल दिया है। राजनीतिक हलकों में ये अटकलें लगायी जा रही हैं कि येद्दियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद से हटाया जा रहा है।
हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय नेताओं से उनकी मुलाकात के केंद्र में राज्य में विकास और पार्टी की मजबूती रही ताकि आगामी चुनावों में पार्टी की फिर से सत्ता में वापसी हो। उन्होंने कहा, ‘राज्य में पार्टी की स्थिति और मजबूत करने को लेकर बातचीत हुई। उन्होंने (नड्डा) कर्नाटक की सत्ता में भाजपा की वापसी पर विशेष जोर दिया। प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने भी यही कहा था। इस बारे में विस्तृत चर्चा हुई।’
नड्डा से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, ‘देश में और राज्य में भाजपा को मजबूत करने को लेकर मेरी उनसे (नड्डा) विस्तृत चर्चा हुई। उन्होंने मुझे कई सारे दिशा- निर्देश दिए हैं। मेरे बारे में उनकी राय बहुत अच्छी है। मैं पार्टी के लिए काम करूंगा और फिर से कर्नाटक की सत्ता में लौटूंगा।’ राजनाथ और शाह से मुलाकात के बाद येद्दियुरप्पा ने पत्रकारों को बताया कि शाह ने उनसे कहा, ‘हम शत प्रतिशत उत्तर प्रदेश में जीत हासिल करेंगे और कर्नाटक में भविष्य अच्छा है। हम आपके साथ है।’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘उन्होंने (शाह) हमें कर्नाटक में और परिश्रम करने को कहा है और लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक सीटों पर जीत सुनिश्चित करने को कहा है। उन्होंने मुझे राज्य में भाजपा को और मजबूत करने की जिम्मेदारी लेने को कहा…हमारा आशीर्वाद आपके साथ है (शाह ने कहा)।’ इससे पहले, येदियुरप्पा ने अपने इस्तीफे से संबंधित खबरों का भी खंडन किया और कहा कि इनमें तनिक भी सच्चाई नहीं है।
कर्नाटक भवन में पत्रकारों ने जब उनसे सवाल किया कि क्या उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की है, येदियुरप्पा ने कहा, ‘बिल्कुल भी नहीं।’ उन्होंने कहा कि ना तो ऐसी स्थिति आई है और ना ही ऐसी अफवाहों में कोई सच्चाई है। उन्होंने कहा, ‘अभी तक किसी ने मुझे इस्तीफा देने को नहीं कहा है। यदि ऐसी कोई खबर है तो उसमें कोई दम नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘दिल्ली आना और राज्य से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करना तथा लंबित परियोजनाओं को मंजूरी दिलाना एक मुख्यमंत्री का कर्तव्य है। अगस्त के पहले सप्ताह में मैं फिर दिल्ली आऊंगा।’
नड्डा और सिंह से मुलाकात करने के बाद येद्दियुरप्पा ने यहां अशोक होटल के पास स्थित एक रेस्त्रां में एक प्लेट इडली और वड़ा खाया। वह अचानक कर्नाटक भवन के पास स्थित सागर रत्ना रेस्त्रां पहुंचे। येदियुरप्पा ने वहां इडली और वड़ा खाया तथा कॉफी पी। वह अपने निजी सचिव गिरीश होसुर के अलावा अपने बेटे बी वाई विजयेंद्र और पोते शशिधर मरदी तथा निगम पार्षद लहर सिंह के साथ रेस्त्रां पहुंचे थे।
चूंकि शाह से मिलने का कार्यक्रम तय नहीं हुआ था, इसके बाद वह बेंगलुरू वापस लौटने के लिए हवाई अड्डे की ओर निकल गए। वह रास्ते में ही थे तभी शाह के कार्यालय से फोन आ गया। बीच रास्ते से ही वह वापस लौटे और शाह से मुलाकात की। शाह से मुलाकात के बाद वह हवाई अड्डे के लिए निकल गए।
कर्नाटक भाजपा के कुछ असंतुष्ट नेता येद्दियुरप्पा और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार तथा प्रशासन में हस्तक्षेप के आरोपों को लेकर निशाना साध रहे हैं, जिससे पार्टी तथा सरकार की फजीहत हुई है। पार्टी का एक अन्य धड़ा येद्दियुरप्पा (79) की उम्र का हवाला देते हुए उन्हें पद से हटाने की मांग कर रहा है तथा 2023 के विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री का नया चेहरा पेश करने की जरूरत पर जोर दे रहा है। राज्य मंत्रिपरिषद् में संभावित फेरबदल पर मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कहा था, ‘अगर मंत्रिमंडल में फेरदबल या विस्तार पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ कोई चर्चा होती है तो मैं आपको बताऊंगा।’