बिजली जाने पर अब जवाबदेह होंगे अभियंता उपभोक्ताओ को मैसेज भेज कर बताना होगा कारण

लखनऊ, अब बिजली जाने से पहले उपभोक्ताओं को टेक्स्ट मैसेज के साथ ही वाट्सएप पर मैसेज भी आएगा। राजधानी के 936 में से 400 फीडर मॉडम से कनेक्ट हो गए हैं। बचे हुए फीडर को कनेक्ट करने की कवायद की जा रही है। इससे उपभोक्ताओं को बिजली आने व जाने की पूरी सूचना मोबाइल पर मिलनी शुरू हो गई है।

वहीं हर फीडर की मानीटरि‍ंग की व्यवस्था मध्यांचल एमडी सूर्य पाल गंगवार ने शुरू कर दी है। अपने चेंबर में दो एलसीडी लगाकर मध्यांचल के उन्नीस जिलों पर नजर रखी जा रही है। राजधानी के सभी 26 खंड के फीडरों के बंद व चालू होने की जानकारी अभियंताओं की जवाबदेही तय होगी।

मध्यांचल के एमडी सूर्य पाल गंगवार ने बताया कि रियल टाइम पोजिशन अब उपभोक्ताओं को पता लगेगी।

योजनाबद्ध तरीके से जाने वाली बिजली की जानकारी उपभोक्ता के मोबाइल पर होगी। यही नहीं कौन सा फीडर कितने घंटे बंद रहा और इसके पीछे क्या कारण रहा, इसकी जानकारी भी होगी। ऐसे में अभियंता अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हट सकेंगे। उन्होंने बताया कि सभी अवर अभियंता भी ऊर्जा मित्र भी उक्त एप से जुड़ गए हैं।

ई सुविधा केंद्र में उपभोक्ता अपना बिल देकर अपना मोबाइल नंबर रंजिस्टर्ड करवा सकते हैं। मध्यांचल एमडी सूर्य पाल गंगवार ने बताया कि बिजली उपभोक्ता का अधिकार है कि वह राजधानी के किसी भी ई सुविधा केंद्र जाकर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड होते ही उपभोक्ता को फीडर बंद होने से पहले बिजली जाने की जानकारी मिल सकेगी।

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