नई दिल्ली, एक समय जूता कांड से चर्चा में आए उत्तर प्रदेश की संतकबीरनगर लोकसभा सीट से पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी का निधन हो गया है. वे गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे. लिवर में दिक्कत के चलते इलाज के लिए उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन बुधवार देर रात उन्होंने दम तोड़ दिया और इस दुनिया को अलविदा कह चले गए. उनके निधन की खबर से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है. बीजेपी के कई बड़े नेता ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री स्मृती इरानी ने ट्वीट कर लिखा है कि मैं निशब्द हूं. ऐसा लगता अभी बोल उठेगा शरद ‘ चल दीदी क्षेत्र में कार्यक्रम करना है’ . चला गया , प्रभु की यही इच्छा थी ।ईश्वर शरद त्रिपाठी जी की आत्मा को शांति दें, अपने श्री चरणों में स्थान दें।
मैं निशब्द हूँ । ऐसा लगता अभी बोल उठेगा शरद ‘ चल दीदी क्षेत्र में कार्यक्रम करना है’ । चला गया , प्रभु की यही इच्छा थी । ईश्वर शरद त्रिपाठी जी की आत्मा को शांति दें , अपने श्री चरणों में स्थान दें। pic.twitter.com/BTA2BsgDkD
— Smriti Z Irani (Modi Ka Parivar) (@smritiirani) June 30, 2021
वहीं उत्तर प्रदेश बीजेपी प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह ने भी अपने साथी के जाने पर शोक व्यक्त किया है. वे लिखते हैं कि संतकबीरनगर से पूर्व सांसद व भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री शरद त्रिपाठी जी के निधन के समाचार से स्तब्ध हूं. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे व परिजनों को यह दुःख सहने का संबल प्रदान करे।
संतकबीरनगर से पूर्व सांसद व भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री शरद त्रिपाठी जी के निधन के समाचार से स्तब्ध हूं।
ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे व परिजनों को यह दुःख सहने का संबल प्रदान करे।
ॐ शान्ति… pic.twitter.com/czk2gnOhk8
— Swatantra Dev Singh (मोदी का परिवार) (@swatantrabjp) June 30, 2021
गौरतलब है कि जूता कांड के बाद से ही शरद त्रिपाठी सुर्खियों में आए थे. उस समय संतकबीर नगर से भाजपा सांसद रहे शरद त्रिपाठी की मेहदावल विधायक राकेश सिंह बघेल से जोरदार बहस हो गई थी. ये बहस उस समय हुई थी जब कलेक्ट्रेट में जिला योजना की एक महत्वपूर्ण बैठक चल रही थी. उस बैठक के बीच दोनों नेताओं की बहस इतनी ज्यादा आगे बढ़ गई कि जूता चल गया था. उस मामले में कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. बाद में हाई कोर्ट की तरफ से दोनों नेताओं को राहत दे दी गई थी।