दिल्ली में फर्जी कॉल सेंटर का हुआ पर्दाफाश, 84 लोग गिरफ्तार 64 लाख रूपये बरामद

नई दिल्ली,  शाहदरा जिला पुलिस ने दिल्ली के जगतपुरी इलाके में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए 84 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इस फर्जी कॉल सेंटर से 64 लाख रुपये भी बरामद किया है पुलिस के मुताबिक इस फर्जी कॉल सेंटर के कर्मचारी अमेरिका में बैठे लोगों के साथ ठगी कर रहे थे। पुलिस की माने तो कुछ ही महीनों में इस कॉल सेंटर ने अब हजारों लोगों को निशाना बनाया.

 

दरअसल, पुलिस को जानकारी मिली थी कि दिल्ली के शाहदरा इलाके में एक फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है इसी जानकारी के आधार पर पुलिस की टीम ने इस फर्जी कॉल सेंटर पर रेड की जब यहां रेड की गई उस वक्त इस कॉल सेंटर में काफी कर्मचारी मौजूद थे जो कि अमेरिका में बैठे लोगों से बात कर रहे थे रेड के दौरान वहां अफरा-तफरी मच गई और जब पुलिस की टीम ने डॉक्यूमेंट चेक किए और वहां मौजूद लोगों से बात की तो पता चला यह कॉल सेंटर पूरी तरह से फर्जी है. पुलिस के मुताबिक रेड के दौरान कुछ लोगों ने वहां से भागने की भी कोशिश की लेकिन उन्हें पकड़ लिया गया.

 

डीसीपी शाहदरा सत्यम सुंदरम ने बताया कि इस फेक कॉल सेंटर में बैठे कर्मचारी सबसे पहले अमेरिका में बैठे लोगों को एक मैसेज भेजते थे जिसमें Amazon के गिफ्ट वाउचर होते थे ये मैसेज में एक टोलफ्री नंबर से भेजा जाता था. जब अमेरिकी नागरिक उस टोल फ्री नबर पर काल करते थे तो दिल्ली के इस फेक कॉल सेंटर में बैठा शख्स अमेरिकी नागरिक को बताता था कि उसकी यूनिक आईडी हैक हो गई है. अगर आप अपनी आईडी को अनलॉक करवाना चाहते हैं तो आपको Amazon से 99 डॉलर से लेकर 1000 डॉलर तक के वाउचर लेने होंगे. तभी आपकी यूनिक आईडी ठीक हो पाएगी. अमेरिका में बैठा शख्स इस फर्जी कॉल सेंटर में बैठे कर्मचारी की बातों में आ जाता था. फिर वह ऐमेज़ॉन का वाउचर खरीद कर उसका आईडी नंबर कॉल सेंटर में बैठे इन लोगों को बताता था जिसके बाद यह लोग पैसा अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेते थे.

 

पुलिस के मुताबिक इस फर्जी कॉल सेंटर को चलाने के लिए ऐमेज़ॉन के नाम से एक फर्जी सरवर भी बनाया गया था जिसमें ऐमेज़ॉन से जुड़ी सारी जानकारियां दी गई थी और उसमें एक टोल फ्री नंबर भी दिया गया था इतना ही नहीं जो कर्मचारी अमेरिका के नागरिकों से बात करते थे बात करते वक्त अमेरिकी एक्सेंट में ही बात करते थे ताकि उन्हें शक ना हो. डीसीपी शाहदरा सत्यम सुंदरम की माने तो फर्जी कॉल सेंटर में काम करने वाले कर्मचारियों को यह बात अच्छी तरह से पता थी कि वह अमेरिका में बैठे लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं लेकिन उन्हें सैलरी के साथ इंसेंटिव भी मिलता था इसी वजह से वह लोग यह काम कर रहे थे. जो जितने ज्यादा लोगों के साथ ठगी करता था उससे उसका उतना ही ज्यादा इंसेंटिव दिया जाता था.

 

पुलिस की मानें तो यह फर्जी कॉल सेंटर जगतपुरी इलाके में एक ही मंजिल पर दो अलग-अलग कमरों में चल रहा था इस फर्जी कॉल सेंटर में 5 मैनेजर काम करते थे पुलिस के मुताबिक पूछताछ में एक मैनेजर ने बताया कि यह फेक कॉल सेंटर भिवानी जेल में मर्डर के एक मामले में बंद मनु सिंह तवर चला रहा है मनु सिंह तंवर को सितंबर 2020 में भी गुरुग्राम पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर चलाने के मामले में गिरफ्तार किया था. पुलिस इन सभी लोगों से तो पूछताछ कर ही रही है साथ ही साथ पुलिस ने इस कॉल सेंटर के बैंक अकाउंट को भी सीज कर दिया है दिल्ली पुलिस की टीम अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिरकार यह लोग अब तक कितने विदेशी नागरिकों को अपना शिकार बना चुके हैं

 

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