नई दिल्ली , हैदराबाद स्थित कंपनी भारत बायोटेक ने अपनी कोविड-19 वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ की फेज-3 क्लीनिकल ट्रायल का डेटा सरकार को सौंप दी है। समाचार एजेंसी के सूत्रों के हवाले से बताया कि कोवैक्सीन के तीसरे चरण का डेटा वीकेंड में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया को सौंप दिया गया. कोवैक्सीन कोरोना वायरस के खिलाफ भारत में बनी पहली स्वदेशी वैक्सीन है, जिसे कंपनी ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के साथ मिलकर डेवलप किया है.
कोवैक्सीन की फेज-3 ट्रायल डेटा को लेकर कई बार सवाल उठते रहे हैं. हालांकि भारत बायोटेक ने कुछ दिनों पहले कहा था कि कंपनी वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभाव को लेकर 9 रिसर्च पेपर प्रकाशित कर चुकी है।
11 जून को नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने कहा था कि अगले 7-8 दिनों में कोवैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के आंकड़े भी प्रकाशित हो जाएंगे।
भारत बायोटेक ने बयान में कहा था कि भारत के रेगुलेटर्स ने कोवैक्सीन टीके के पहले और दूसरे चरण में हुए ट्रायल के सभी आंकड़ों और तीसरे चरण के आंशिक आंकड़ों की समीक्षा गहनता से की है।
बयान के मुताबिक, “समयबद्ध बेहतरीन समीक्षा के लिए कंपनी पहले ही कोवैक्सीन की सुरक्षा और प्रभाव को लेकर बीते 12 महीने में 9 रिसर्च स्टडी वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित 5 श्रेष्ठ समीक्षा जर्नल में प्रकाशित करा चुकी है।
कंपनी ने 12 जून को कहा था कि कोवैक्सीन टीके के पहले और दूसरे चरण के ट्रायल को प्रसिद्ध जर्नल ‘द लैंसेट’ में प्रकाशित किया गया. भारत बायोटेक ने कहा, “इस समय कोवैक्सीन के प्रभाव और सुरक्षा को लेकर किए गए तीसरे चरण के परीक्षण के आंकड़ों का विश्लेषण एवं संकलन किया जा रहा है. इसके साथ ही यह सुनिश्चित किया गया है कि इसकी शुद्धता से कोई समझौता नहीं किया जाए. कंपनी जल्द तीसरे चरण के परीक्षण के आंकड़ों को सार्वजनिक करेगी।
तीसरे चरण का डेटा सामने आने के बाद कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन की प्रभावी क्षमता का पता चलेगा. भारत बायोटेक ने पिछले महीने कहा था कि उसे कोवैक्सीन के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन से जुलाई-सितंबर तक आपात इस्तेमाल मंजूरी मिलने की उम्मीद है. कंपनी ने कहा था कि कोवैक्सीन के लिए 60 से अधिक देशों में नियामकीय मंजूरी प्रक्रिया में है, जिसमें अमेरिका, ब्राजील, हंगरी जैसे देश शामिल हैं।