लखनऊ, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू को लेकर अहम फैसला लिया. अब किसी भी जिले में कोविड केस अगर 500 के पार गए तो वहां कोरोना कर्फ्यू लगेगा।
यूपी के अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को बताया कि यदि किसी जिले में एक्टिव कोरोना केसों की संख्या 500 से अधिक होती है तो वहां कोरोना कर्फ्यू में दी जा रही छूट तत्काल समाप्त कर दी जाएगी।
नई गाइडलाइन के मुताबिक, सोमवार 7:00 बजे से सुबह 9:00 बजे तक सभी प्रतिष्ठान खोले जा सकेंगे. हालांकि शनिवार और रविवार साप्ताहिक बंदी अभी जारी रहेगी. साथ ही शादी समारोह और पूजा घरों में 50 लोगों की एक बार में अनुमित दी गई है।
हालांकि स्विमिंग पूल सिनेमा गेम अग्रिम आदेश तक ना खोलने के आदेश दिए गए हैं।
सरकारी विभागों में कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए पूर्ण उपस्थिति रहेगी एवं कार्यालयों में कोविड-19 हेल्प डेस्क की स्थापना रहेगी. मिठाई , स्ट्रीट फूड, फास्ट फूड की दुकानों में बैठक कर या खड़े होकर खाने की अनुमति नहीं है।
कंटेनमेंट जोन को छोड़कर शेष स्थानों में धर्म स्थलों के अंदर परिसर के आकार को देखते हुए एक बार में एक स्थान पर 50 से अधिक श्रद्धालु इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है. सिनेमा हॉल ,स्टेडियम, स्विमिंग पूल, जिम खोलने की अनुमति अग्रिम आदेशों तक नहीं है।
यूपी के अपर मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में 2,10,97,238 लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली डोज़ लगाई जा चुकी है. इनमें से 39,86,564 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज़ दी गई. अब तक कुल मिलाकर 2,50,83,802 डोज़ लगाई जा चुकी है. 1 जुलाई से हम रोज़ 10 लाख डोज़ लगाने का प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि यूपी में 5 करोड़ 50 लाख से ज़्यादा कोरोना टेस्ट हुए, जो कि देश में सबसे ज़्यादा है।
उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में यूपी में 294 कोरोना मरीज मिले. इस दौरान 593 संक्रमित डिस्चार्ज भी किये गए. प्रदेश में एक्टिव केस 4 हज़ार 957 हैं, इनमे से 3 हज़ार 350 संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं।
पिछले 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना से 51 लोगों की मौत भी हुई है. रिकवरी रेट बढ़कर 98.4 फ़ीसदी हो गया है. पिछले 24 घंटे में 2 लाख 73 हज़ार 426 सैंपल की जांच की गई. प्रदेश में शुरू से पॉजिटिविटी रेट 3.1 फीसदी है, बीते 24 घंटे का पॉजिटिविटी रेट 0.1 फ़ीसदी रहा।
गौरतलब है कि बीते दिन ही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें यह ध्यान रखना होगा कि कोरोना कमजोर जरूर हुआ है, खत्म नहीं. इसके खिलाफ लड़ाई में सावधानी व जागरुकता सबसे बड़ा हथियार है।
साथ ही उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते जिन बच्चों ने अपने माता पिता को खोया है, उनके पालन पोषण व पढ़ाई-लिखाई की जिम्मेदारी राज्य सरकार उठाएगी. इन बच्चों के लिए केंद्र ने भी कई प्रावधान किए हैं।