नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिम मानसून देश के ज्यादातर क्षेत्रों में सक्रिय हो चुका है, लेकिन उत्तरी क्षेत्रों में पहुंचने में उसकी रफ्तार थम गई है। हवा की विपरीत स्थितियों के चलते मानसून को लगे इस झटके से उत्तरी राज्यों राजस्थान, पंजाब, हरियाणा व दिल्ली में मानसून के पहुंचने में देरी हो सकती है। भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक बिहार व पूर्वी उत्तर प्रदेश तक मानसून भले ही समय से पहले पहुंच गया हो, लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक उसके पहुंचने में तीन से चार दिनों तक की देरी हो सकती है। चक्रवाती स्थिति पैदा होने की वजह से मानसून की रफ्तार धीमी हुई है।
मौसम विभाग के महानिदेशक एम. महापात्र ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश और आसपास के इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ की स्थिति बनी हुई है। राजस्थान, गुजरात के कुछ हिस्से, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली पहुंचने के लिए हवाओं की चाल और दिशा अनुकूल नहीं है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में वर्तमान चक्रवातीय स्थिति के कारण मानसून उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्सों में अगले पांच दिनों में धीरे-धीरे पहुंच सकता है। स्थानीय चक्रवाती हवाओं के दबाव में दिल्ली समेत एनसीआर के अलग-अलग क्षेत्रों में छिटपुट बारिश होती रहेगी। हवाओं में नमी की मात्रा अधिक होने और तापमान बढ़ने से मौसम में उमस की स्थिति बनी रहेगी। हवाओं की बदलती स्थितियों के चलते दिल्ली में मानसून की बारिश अपने पूर्व निर्धारित समय 29 जून तक पहुंचने का अऩुमान है।
अगले सप्ताह तक ही दिल्ली में मानसून सक्रिय होगा। फिलहाल दक्षिण-पश्चिम मानसूनी हवाएं उत्तरी सीमा दीव, सूरत, नंदुरबार, भोपाल, नौगोंग, हमीरपुर, बाराबंकी, बरेली, सहारनपुर, अंबाला और अमृतसर से गुजर रही हैं। केरल में समय से दो दिन के विलंब के बाद तीन जून को पहुंचे दक्षिण पश्चिम मानसून ने रफ्तार पकड़ते हुए तेजी से देश के बड़े हिस्से को कवर कर लिया, लेकिन मानसून की गति को पछुआ हवाओं ने थाम लिया है।
मौसम विभाग ने पहले ही अनुमान जताया था कि मानसून अपने नियत समय से 12 दिन पहले ही 15 जून को राजधानी दिल्ली पहुंच सकता है। वैसे तो सामान्य तौर पर दिल्ली में मानसून अपने निर्धारित समय 27 जून तक पहुंचता है। इसके बाद आठ जुलाई तक समूचे उत्तर भारत में छा जाता है। पिछले साल मानसून ने 25 जून को दिल्ली में दस्तक दी थी और 29 जून तक पूरे देश में छा गया था। इस बार इसमें और जल्दी होने की उम्मीद लगाई गई थी, लेकिन स्थानीय चक्रवाती हवाओं के चलते हालात तेजी से बदलने लगे हैं।
कई राज्यों के लिए चेतावनी जारी
मौसम विभाग का कहना है कि मानसूनी बादलों की टक्कर से उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड में शुक्रवार व शनिवार को आकाशीय बिजली गिर सकती है। इससे बाहर रहने वाले पशुओं और श्रमिकों की जान भी जा सकती है। इसके लिए सावधानी बरतने की हिदायत जारी की गई है।
अगले 24 घंटों के दौरान इन राज्यों में होगी भारी बारिश
स्काईमेट वेदर के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान, ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड के कुछ हिस्सों, पूर्वी उत्तर प्रदेश, कोंकण और गोवा और तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, केरल, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों और विदर्भ में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों, राजस्थान, गुजरात क्षेत्र, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। पश्चिमी हिमालय के बाकी हिस्सों, पंजाब के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हिस्सों, हरियाणा और दिल्ली में हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
बिहार में लगातार हो रही भारी बारिश, कई जिलों में रेड अलर्ट जारी
बिहार में लगातार मानसूनी बारिश हो रही है। इस कारण लगातार नदियों का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग की माने तो आज बिहार को बारिश से राहत नहीं मिलने वाली है। ऐसे में बिहार के 11 जिलों में 18 जून तक के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं 13 जिलों में ऑरेज अलर्ट व अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं खुले मैदानों और बगानों में लोगों को न रूकने की अपील की गई है क्योंकि बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।
दिल्ली के कई इलाकों में भारी बारिश, लोगों को उमस से मिली राहत
दिल्ली एनसीआर में मानसून के आने में 7-10 दिन का समय लग सकता है लेकिन मौसम विभाग के मुताबिक राजधानी दिल्ली व आसपास के क्षेत्रों में लोगों को बारिश से राहत मिलने वाली है। दिल्ली में गुरुवार को सुबह सेंट्रल दिल्ली के हनुमान रोड, तालकटोरा रोड व आसपास के कई इलाकों में भारी बारिश हुई। भारी बारिश के बाद राजधानी के लोगों को उमस व गर्मी से राहत मिली। इससे पहले मौसम विभाग की तरफ आज के लिए गरज के साथ बारिश का अनुमान जताया गया था। इससे पहले बुधवार को भी दिल्ली के कई हिस्सों में हल्की बारिश हुई थी। मौसम विभाग के अनुसार दिल्लीवासियों को मानसून की बारिश के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। मौसम विभाग का कहना है कि पछुआ हवाओं के कारण उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून के पहुंचने की गति प्रभावित हुई है।
पूर्वी यूपी में झमाझम बारिश
पश्चिम उत्तर प्रदेश में मानसून अबतक नहीं पहुंचा है लेकिन पूर्वी यूपी में बीते कई दिनों से लगातार रूक रूक कर बारिश हो रही है। ऐसे में पूर्वी यूपी में लोगों को गर्मी से राहत मिली है लेकिन पश्चिम यूपी में रह रहे लोगों को मानसून का कुछ समय इंतजार करना पड़ सकता है। बता दें कि इस बार समय से लगभग एक हफ्ते पहले 13 जून को मानसून की सूबे में आमद हो गई है। बंगाल की खाड़ी से चली मानसूनी हवाओं ने पूर्वांचल से लेकर रूहेलखंड तक के जिलों में रिमझिम बारिश का सिलसिला शुरू कर दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक, आंधी पानी का यह सिलसिला कम से कम अगले पांच दिनों तक जारी रहने के आसार हैं।
उत्तराखंड में अगले दो तीन दिनों तक भारी बारिश का अऩुमान
पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तराखंड के ज्यादातर हिस्सों में अगले दो तीन दिनों तक भारी बारिश का अऩुमान लगाया गया है जबकि चक्रवाती हवाओं के चलते बंगाल के गंगा के मैदानी क्षेत्रों और आसपास में तेज हवाओं के साथ बारिश होगी। इसका असर बिहार, झारखंड, सिक्किम और ओडिशा में अगले दो दिनों तक रहेगा। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक अगले दो तीन दिनों तक पूर्वी उत्तर प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है। यहां तेज हवाएं भी चल सकती हैं