नई दिल्ली, राजधानी दिल्ली स्थित निजामुद्दीन के पास एक बड़ा हादसा हो गया. दरगाह शरीफ पत्ते शाह के अंदर बने कमरे की छत और दीवार का हिस्सा अचानक गिर गया. इस हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है.
दिल्ली फायर सर्विस के एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें शाम करीब 3:51 बजे घटना की सूचना मिली, जिसके बाद तुरंत 5 फायर टेंडर मौके पर भेजे गए. राहत और बचाव कार्य जारी है. फंसे लोगों को बाहर निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं.
इस हादसे में 3 महिलाओं और 3 पुरुषों की मौत हुई है, जबकि कई लोग घायल हो गए. अब तक करीब 11 लोगों को मलबे से निकाला गया है और सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों के अनुसार शुरुआती जानकारी में 6 से 7 लोगों के दबे होने की आशंका जताई गई थी, लेकिन रेस्क्यू के दौरान संख्या और बढ़ी.
जुमे की नमाज के लिए जुटे थे लोग
एडवोकेट मुजीब अहमद ने कहा कि हम वक्फ बोर्ड की ओर से यहां आए हैं. उन्होंने कहा कि आज यहां जुमे की नमाज के लिए भारी संख्या में लोग एकत्र हुए थे. बस्ती के लोग और बाहर के लोग भी नमाज के लिए आते हैं, लेकिन आज बारिश की वजह से लोग अंदर चले गए थे.ये छत काफी पुरानी थी. उन्होंने आरोप लगाया कि ASI के कर्मचारी इसे रिपेयर नहीं करने देते. कई बार दरगाह कमेटी ने इसकी गुहार लगाई और कहा कि छत से पानी रिसता है, इसकी मरम्मत करने दी जाए, लेकिन एएसआई ने मना कर दिया. उनकी लापरवाही की वजह से छत पर क्रैक आ गया था.
दरगाह शरीफ पत्ते शाह की दीवार ढहने से बड़ा हादसा हो गया
पहले छत गिरी फिर दीवार ढह गई
मुजीब अहमद ने कहा कि आज बारिश की वजह से ये हादसा हो गया. कमरे में करीब 15 से 20 लोग थे. हादसे में कई लोग घायल हुए हैं. उन्होंने कहा कि पहले छत गिरी, बाद में दीवार गिर गई. यहां कुछ कमरे बने हुए हैं. यहीं हादसा हुआ है.
अब मुख्यमंत्री को जमीन पर उतरना होगा: सौरभ भारद्वाज
वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि निजामु्द्दीन दरगाह के पास पत्ते शाह परिसर में छत गिरने की घटना में 6 लोग मारे गए.कई लोग लोग घायल हुए हैं.लोग कह रहे हैं कि शाम 4 बजे के आसपास बारिश हो रही थी और आसपास पानी जमा होने से छत गिर गई. कुछ लोगों को एम्स और एक व्यक्ति को RML अस्पताल ले जाया गया है. ये बहुत दुखद है कि दिल्ली में बारिश के कारण कहीं पेड़ गिर रहे हैं, कहीं खंभे गिर रहे हैं. हमारा प्रशासन से कहना है कि वह अपना काम ठीक से करे. मुख्यमंत्री को जमीन पर उतरना होगा.