उत्तरकाशी, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में मंगलवार को बादल फटने के कारण खीर गंगा नदी में आए विनाशकारी सैलाब में कई लोगों की मौत हो गई है जबकि बड़ी संख्या में लोग लापता बताए जा रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि खीर गंगा नदी में आया विनाशकारी सैलाब नीचे पहुंचकर दो भागों में बंट गया जिसकी वजह से दोनों तरफ से मलबा बहने लगा।
माना जा रहा है कि इससे तबाही का दायरा बढ़ गया। अधिकारियों का कहना है कि मलबे और कीचड़ में दबी लाशों को ढूंढ़ने के लिए खोजी कुत्ते लगाए जाएंगे।
अपडेट- 1 सेना के जवान समेत 100 लापता
बाढ़ में लापता लोगों की संख्या के बारे में आधिकारिक जानकारी नहीं है। स्थानीय लोगों का मानना है कि संख्या 50 से अधिक हो सकती है। ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक, आपदा में सेना के 11 जवानों के लापता होने की आशंका थी लेकिन दो को बचा लिया गया है। केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ के अनुसार, लगभग 100 लोग लापता हैं, जिनमें से कुछ खोज और बचाव अभियान में शामिल सेना के जवान हैं।
अपडेट- 2 बादल फटने की 3 घटनाएं
अधिकारियों के अनुसार, खीर गंगा नदी के जलग्रहण क्षेत्र में बादल फटने की वजह से यह विनाशकारी बाढ़ आई। वहीं हिन्दुस्तान संवाददाता के मुताबिक, हर्षिल घाटी में बादल फटने की तीन घटनाएं हुई हैं। बादल फटने से धराली में आई आपदा के एक वीडियो में लोगों को डर के मारे चीखते सुना जा सकता है। एक अन्य वीडियो में एक आवाज सुनाई दे रही है कि अब सब कुछ खत्म हो गया है।
अपडेट- 3 दो तरफ से सैलाब, बढ़ा तबाही का दायरा
अधिकारियों की मानें तो सैलाब से केवल धराली ही नहीं प्रभावित हुआ। सैलाब से सुक्की गांव भी प्रभावित हुआ। राज्य आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि तेज रफ्तार से आया सैलाब दो अलग-अलग दिशाओं में बहा- एक धराली की ओर दूसरा सुक्की गांव की ओर… माना जा रहा है इससे तबाही का दायरा बढ़ गया। बाढ़ के पानी और मलबे के तेज बहाव में 3 से 4 मंजिला इमारतें इमारतें ताश के पत्तों की तरह ढह गईं।
अपडेट- 4 आज भी राहत के नहीं आसार
मौसम विभाग ने बुधवार को भी ज्यादा राहत मिलने की संभावना नहीं जताई है। मौसम विभाग ने नैनीताल, चंपावत, उधम सिंह नगर, बागेश्वर, पौड़ी, टिहरी, हरिद्वार और देहरादून समेत 7 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने बताया कि 40 से 50 इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं। उन्होंने बताया कि खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर की सेवाएं भी नहीं ली जा सकीं।
अपडेट- 5 तैनात होंगे स्निफर डॉग
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एडीआरएफ ने मारे गए लोगों का पता लगाने के लिए स्निफर डॉग की टीम तैनात करने का फैसला किया है। खोजी कुत्तों के एक जोड़े को दिल्ली से हवाई मार्ग से लाया जाएगा जबकि राज्य के विभिन्न स्थानों से बल की तीन टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। हर टीम में 35 जवान शामिल हैं। एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उत्तरकाशी में मलबे और कीचड़ में दबे शवों को ढूंढ़ने के लिए खोजी कुत्तों को तैनात किया जा रहा है।
अपडेट- 6 एयरफोर्स की मदद लेने के निर्देश
इस बीच सीएम धामी ने प्रभावितों को हवाई मार्ग से लाने और उनके लिए तत्काल भोजन, कपड़े और दवाइयां भिजवाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। सीएम ने अधिकारियों को एयर फोर्स के एमआई-17 की मदद लेने के भी निर्देश दिए हैं। सीएम ने तीन वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों मेहरबान सिंह बिष्ट, अभिषेक रुहेला और गौरव कुमार को नोडल अधिकारी नामित करने के निर्देश दिए हैं। से अधिकारी उत्तरकाशी जाकर बचाव और राहत कार्यों की निगरानी करेंगे।
अपडेट- 7 इस वजह से बचाव के काम में आई बाधा
अधिकारियों ने बताया कि शाम तक बारिश जारी रहने के कारण राहत एवं बचाव के कामों में बाधा आई। राज्यभर में भूस्खलन के कारण सड़कें बंद होने से बचावकर्मियों को आपदाग्रस्त इलाके में पहुंचने में कठिनाई हुई। राज्य आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि हर्षिल में मौजूद सेना की एक टीम तत्काल मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया लेकिन खराब मौसम और सड़कों के कारण अन्य स्थानों से आने वाली टीम को पहुंचने में काफी मुश्किलें आयीं।
अपडेट- 8 आधा धराली गांव मलबे में दबा
अधिकारियों का कहना है कि बाढ़ के पानी के तेज बहाव के कारण लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने का मौका ही नहीं मिला। दोपहर बाद करीब पौने दो बजे हुई इस घटना में कम से कम आधा धराली गांव मलबे और कीचड़ में दब गया। उत्तराखंड के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने बताया कि 40 से 50 इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं। खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर की सेवाएं भी नहीं ली जा सकीं।
अपडेट- 9 हेल्पलाइन नंबर जारी
1- जिला आपातकालीन संचालन केंद्र, हरिद्वार – हेल्पलाइन नंबर
01374-222722, 7310913129, 7500737269
टोल-फ्री नंबर – 1077, ERSS टोल-फ्री नंबर – 112
2. राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र, देहरादून – हेल्पलाइन नंबर
0135-2710334, 2710335, 8218867005, 9058441404
टोल-फ्री नंबर – 1070, ERSS टोल-फ्री नंबर – 112
अपडेट- 10 धराली बाजार का बड़ा हिस्सा तबाह
धराली बाजार का एक बड़ा हिस्सा आपदा में तबाह हो गया है। धराली गंगोत्री धाम से करीब 20 किलोमीटर पहले पड़ता है और यात्रा का प्रमुख पड़ाव है। स्थानीय लोगों का कहना है कि धराली के बाद सुखी टॉप पर भी बादल फटा। लोगों ने बताया कि धराली के ऊंचाई वाले गांव में बड़े पैमाने पर बादल फटने के कुछ ही देर बाद उत्तरकाशी के सुखी टॉप पर एक और बादल फटा। कुछ लोगों ने बादल फटने की तीन घटनाएं बताई हैं।