हरिद्वार, श्रावण मास के पवित्र दिनों में हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ अचानक भगदड़ में तब्दील हो गई। सीढ़ियों पर मची अफरा-तफरी में 6 लोगों की जान चली गई, जिनमें से 4 उत्तर प्रदेश के थे।
हादसे में 29 अन्य श्रद्धालु घायल हुए हैं, जिनमें कई की हालत गंभीर बनी हुई है।
रविवार को हुए इस हादसे ने न केवल वहां मौजूद श्रद्धालुओं को हिला दिया, बल्कि पूरे उत्तर भारत में दुख की लहर दौड़ गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुर्घटना पर गहरा शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है। उन्होंने मां मनसा देवी से घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना भी की।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि मंदिर मार्ग से कुछ मीटर नीचे किसी ने बिजली का झटका लगने की अफवाह फैला दी थी। इसी अफवाह के चलते भीड़ में भगदड़ मच गई और लोग एक-दूसरे पर गिरते चले गए। पुलिस प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है और घटनास्थल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
यूपी के श्रद्धालु हादसे का शिकार
मृतकों में बरेली के 12 वर्षीय आरुष, रामपुर का विक्की सैनी, बाराबंकी के वकील सिंह और बदायूं की शांति शामिल हैं। सभी श्रद्धालु अपने परिवारों के साथ दर्शन के लिए आए थे और हादसे का शिकार हो गए। इनकी पहचान लखनऊ से जारी आधिकारिक बयान में की गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करके कहा, “यह अत्यंत हृदय विदारक है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। मां मनसा देवी से प्रार्थना है कि वे दिवंगत आत्माओं को शांति दें और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो।”
अफवाह से मची भगदड़, 35 लोग अस्पताल में भर्ती
हरिद्वार के एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने बताया कि कुछ श्रद्धालुओं के घायल होने की सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। करीब 35 लोगों को अस्पताल ले जाया गया, जहां 6 की मौत की पुष्टि हुई। बाकी का इलाज हरिद्वार के जिला अस्पताल और एम्स ऋषिकेश में किया जा रहा है।
एसएसपी ने बताया कि हादसे की वजह कोई तकनीकी खराबी नहीं थी, बल्कि सीढ़ियों के पास अफवाह फैल गई थी कि बिजली का करंट दौड़ रहा है। इस डर से लोग भागने लगे और भगदड़ की स्थिति बन गई। प्रशासन ने घटनास्थल पर भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त पुलिसबल तैनात कर दिया है।
घायल श्रद्धालुओं की सूची में यूपी-बिहार के लोग शामिल
घायलों में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, मेनपुरी, बदायूं और बिहार के मोतीहारी, भागलपुर जैसे जिलों के श्रद्धालु शामिल हैं। इनमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी आयु वर्ग के लोग हैं। गंभीर रूप से घायल 5 लोगों को एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया है।
अन्य घायल श्रद्धालु फिलहाल जिला अस्पताल में इलाजरत हैं और कुछ की स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। डॉक्टरों की टीम लगातार इलाज में जुटी हुई है। प्रशासन ने पीड़ित परिवारों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।
उत्तर प्रदेश के घायल श्रद्धालु
- शीतल, उम्र 17 वर्ष, पुत्र तेजपाल, निवासी रामपुर
- रोहित शर्मा, उम्र 21 वर्ष, पुत्र कमलेश शर्मा, जिला मेनपुरी
- मनोज सना, उम्र 30 वर्ष, पुत्र भूरिया, निवासी बरेली
- भूपेन्द्र, उम्र 16 वर्ष, पुत्र मुन्ना लाल, जिला बदायूं
- विकास, उम्र 22 वर्ष, पुत्र प्रेमपाल, निवासी बरेली कैंट
- अनुज, उम्र 20 वर्ष, पुत्र अर्जुन, निवासी मुरादाबाद
- संदीप, उम्र 25 वर्ष, पुत्र रमेश कुमार, निवासी मुरादाबाद
- अर्जुन, उम्र 25 वर्ष, पुत्र सूरज, निवासी सिविल लाइन, मुरादाबाद
- काजल, उम्र 24 वर्ष, पुत्री अर्जुन, निवासी सिविल लाइन, मुरादाबाद
- दीक्षा, उम्र ज्ञात नहीं, पत्नी निवासी रामपुर
- वर्मला, उम्र 30 वर्ष, पत्नी पंकज कुमार, निवासी शीशगढ़, बरेली
- विशाल, उम्र 21 वर्ष, पुत्र छेदा लाल, निवासी रामपुर
- एकांक्षी, उम्र 4 वर्ष, पुत्री संजीव कुमार, निवासी धामपुर
बिहार के घायल श्रद्धालु
इस हादसे में बिहार से आए श्रद्धालु भी बुरी तरह जख्मी हुए हैं। कई लोग परिवार सहित दर्शन के लिए आए थे।
- कृति, उम्र 6 वर्ष, पुत्री उमेश शाह, निवासी मोतीहारी
- राज कुमार, उम्र 14 वर्ष, पुत्र निदेश शाह, निवासी मोतीहारी
- अजय कुमार, उम्र 18 वर्ष, पुत्र सहदेव कुमार, निवासी मुंगेर
- अराधना कुमारी, उम्र 5.5 वर्ष, पुत्री विनोद शाह, निवासी भागलपुर
- विनोद शाह, उम्र 35 वर्ष, पुत्र रोहित शाह, निवासी भागलपुर
- अजय, उम्र 19 वर्ष, पुत्र श्री संजय, निवासी बड़ियारपुर
अन्य राज्यों और अज्ञात व्यक्ति
इसके अलावा कुछ घायल श्रद्धालु अन्य राज्यों से भी थे या उनकी पहचान स्पष्ट नहीं हो पाई है।
- इन्द्र, पुत्र महादेव, निवासी रिसालू रोड, पानीपत (हरियाणा)
- दुर्गा देवी, उम्र 60 वर्ष, पत्नी निर्मल, निवासी दिल्ली
- रोशन लाल, पुत्र एवं पता अज्ञात




