लखनऊ। लखनऊ कमिश्नरेट के महिगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत मवई खंतारी गांव में शनिवार को बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को ग्रामीणों ने सरकारी जमीन पर दो दिन पहले स्थापित कर दिया। बता दें कि अंबेडकर की प्रतिमा हटाने के विरोध में लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।सैकड़ों महिलाएं पुरुष इकट्ठे होकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगें। वहीं सूचना पर पहुंची महिगवां पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की, तो प्रदर्शनकारी उग्र होकर पथराव कर दिया। वहीं पथराव में महिला इंस्पेक्टर मेनका सिंह के अलावा महिगंवा थाने के दरोगा रविन्द्र सिंह, हेड कॉन्स्टेबल जय प्रकाश, लाल मोहम्मद, चौकी प्रभारी शेष मणि और चौकी प्रभारी पहाड़पुर राहुल तिवारी, एलआईयू के क्षेत्रीय प्रभारी सिद्धेश वर्मा घायल हुए हैं। वहीं सुरक्षा के लिए अतिरिक्त फोर्स मौके पर तैनात कर दी गई। आपकों बता दें कि एक पक्ष ने तीन दिन पहले प्राथमिक स्कूल के सामने अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दीं गई, जहां प्रतिमा लगाई गई है,वह ग्राम समाज की जमीन है, इसको लेकर गांव के ही दूसरे पक्षों ने विरोध शुरू कर दिया,तभी दोनों पक्षों के बीच झगड़ा बढ़ा, तो किसी ने महिगवां पुलिस को सूचना दे दीं। वहीं सूचना मिलते ही शनिवार दोपहर महिगवां, इटौंजा, महिंगवा, मड़ियांव, इंदिरानगर,गाजीपुर की पुलिस के साथ पीएसी बल मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने हालात संभालने के लिए गांव वालों को समझाने की कोशिश की। लेकिन गांव वालों ने पथराव कर दिया, इसमें महिला इंस्पेक्टर समेत कई लोगों के सिर फूट गए, इसके बाद पुलिस ने पांच राउंड आंसू गैस के गोले छोड़े, हालात बिगड़ते देख मौके पर बीकेटी एसडीएम सतीश चन्द्र त्रिपाठी कई थानों की पुलिस और पीएसी बल को तैनात कर दिया गया,लेकिन प्रशासन की अपील का कोई असर नहीं हुआ। वहीं गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं महिंगवा थाना क्षेत्र अंतर्गत मवाई कला खंतारी गांव के बाहर सरकारी बाजार के पास सरकारी जमीन पर प्रधानपति वीरेंद्र कुमार ने ग्रामीणों के लोगों के साथ मिलकर बीती रात प्रशासन की बगैर अनुमति के बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करवा दीं। वहीं शनिवार की सुबह स्वर्ण समाज की शिकायत पर महिंगवा थाना पुलिस समेत बीकेटी, इटौंजा, मड़ियांव, महिला थाना समेत एक कम्पनी पीएससी के साथ मौके पर पहुंची। वहीं उपजिलाधिकारी सतीश चन्द्र त्रिपाठी ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग नहीं मानें,जिसके बाद पुलिस कर्मियों से धक्का मुक्की शुरू हो गई। बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे और ग्राम प्रधान को मनाया, इसके बाद मामला शांत हो पाया और अंबेडकर मूर्ति को ढक दिया गया है और ग्रामीण अंबेडकर की प्रतिमा वहीं पर स्थापित करने की मांग रखी है।