नई दिल्ली, लोकसभा में बजट सत्र के दौरान मंगलवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने महाकुंभ में मची भगदड़ पर उत्तर प्रदेश सरकार को जमकर घेरा। बजट सत्र के दौरान अपनी बात रखते हुए समाजवादी प्रमुख अखिलेश यादव ने महाकुंभ हादसे पर अपनी बात रखी।
संसद में सपा प्रमुख ने कहा कि, हमारा आपसे अनुरोध है, जहां सरकार बजट के आंकड़े दे रही है। सरकार ने बहुत आंकड़े दिए हैं, आंकड़े देने से पहले महाकुंभ में मरने वालों के आंकड़े भी दे देंगे।इस्तीफा देने को तैयार
अखिलेश यादव ने लोकसभा में मंगलवार को कहा कि, सरकार ने शाही स्नान रद्द करने का आदेश दिया। जब हंगामा हुआ तो फिर साही स्नान का आदेश दिया। सरकार ने अपने मनमाने समय से से स्नान कराने का आदेश दिया। उन्होंने आगे कहा कि,शाही स्नान का मुहूर्त होता है, ये सनातन परंपरा रही है, यह परंपरा उस दिन टूटी है। संदन में बोलते हुए सपा प्रमुख ने महाकुंभ में जान गंवाने वालों के लिए दो मिनट का मौन रखे जाने की मांग भी की।
अखिलेश ने कहा कि इतना प्रचार किया गया महाकुंभ का। कहा गया कि सौ करोड़ लोगों की व्यवस्था है. अगर ये बात सही नहीं है जो मैं कह रहा हूं तो सदन की सदस्यता से इस्तीफा देने को तैयार हूं। अखिलेश ने कहा कि महिलाओं के कपड़े, लोगों की चप्पलें जो वहां पड़ी थीं, उन्हें जेसीबी से उठाकर ट्रॉलियों से हटाया गया।
संसद में अखिलेश ने की ये मांग
महाकुंभ के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश सरकार को घेरते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि, मृतकों का आंकड़ा जारी करने की मांग करते हुए कहा कि सरकार मृतकों के आंकड़े नहीं दे पाई। बच्चों के आंकड़े तो नदारद है, खोया-पाया केंद्रों पर लोग् अपनों को खोज रहे हैं। महाकुंभ में लोगों ने अपनों को खोया। लोग पुण्य कमाने आए थे वो अुपनों के शव लेकर गए। उन्होंने आगे कहा कि, महाकुंभ भगदड़ के पीड़ितों को दो मिनट की श्रद्धांजलि दी जानी चाहिए। उन्होंने इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक की मांग की। अखिलेश यादव ने संसद में कहा, “भगदड़ के पीछे जो लोग हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।”