सुबह दूधवाले ने भागलपुर के पुलिस लाइन के क्वार्टर नंबर 38 का दरवाजा खटखटाया। हर दिन की तरह जब सुबह दूधवाला घर पहुंचा तो वहां सन्नाटा था। आमतौर पर घर में कुछ हलचल रहती थी लेकिन मंगलवार की सुबह सन्नाटा था।
दूधवाले के आवाज लगाने के बाद भी जब घर के अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो दूधवाले ने दरवाजा खटखटाया। लेकिन तब भी किसी ने दरवाजा नहीं खोला। दूधवाले ने जब दरवाजा धक्का देकर खोला तो अंदर का दृश्य देखकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई।
क्योंकि पूरे घर में खून बिखरा हुआ था और चार लाशें खून के तालाब में डूबी हुई थीं। जबकि मकान मालिक फंदे से लटका हुआ था। दूधवाला भागकर पुलिस को इसकी सूचना दी। मामला पुलिस लाइन कॉलोनी का था, इसलिए पूरा पुलिस महकमा तुरंत क्वार्टर नंबर 38 के सामने जाकर खड़ा हो गया। हत्या और आत्महत्या की सूचना मिलते ही पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। घटना स्थल पर डीआईजी, एसएसपी, सिटी एसपी, सिटी डीएसपी, डीएसपी लाइन समेत दर्जनों अधिकारी और पूरा पुलिस अमला मौजूद था। हर किसी की जुबान पर एक ही सवाल था कि आखिर यह सब कब, कैसे और क्यों हुआ?
पुलिस क्वार्टर में शव मिलने से सनसनी फैल गई
पुलिस लाइन का मकान नंबर 38 क्वार्टर पुलिस की कांस्टेबल नीतू कुमार का था, जहां वह अपने परिवार के साथ रह रही थी। नीतू के पति पंकज और सास के अलावा परिवार में दो बच्चे भी थे। लेकिन अब उस घर में कोई जीवित नहीं था। नीतू कुमार और उसके दो बच्चों के अलावा उसकी सास की गला रेतकर हत्या कर दी गई, जबकि नीतू के पति पंकज ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला सिपाही और उसके परिवार के चार सदस्यों के शव मिलने की खबर पूरे शहर में जंगल की आग की तरह फैल गई।
पुलिस अधिकारी के अनुसार, जब इस संबंध में आसपास के पुलिसकर्मियों से पूछताछ की गई तो पता चला कि पति-पत्नी के बीच कई दिनों से झगड़ा चल रहा था। कई बार तो ऐसा होता था कि दोनों के बीच लड़ाई सड़क तक पहुंच जाती थी। यह भी पता चला है कि कल शाम भी पति-पत्नी के बीच जमकर झगड़ा हुआ था। सुबह सबसे पहले दूधवाले ने इस घटना को देखा और फिर पुलिस को इस घटना के बारे में पता चला।
मौत से पहले लिखा सुसाइड नोट
पुलिस को मिले सुसाइड नोट से पता चलता है कि कांस्टेबल नीतू ने पहले छोटे बच्चे की गला रेतकर हत्या की और फिर नीतू ने पंकज की मां की हत्या कर दी। अपनी मां को मारा जाता देख पंकज ने उसी हथियार से नीतू का गला रेत दिया और फिर खुद भी फांसी लगा ली। लेकिन फांसी लगाने से पहले पंकज ने एक सुसाइड नोट लिखा। जानकारी के अनुसार बक्सर निवासी नीतू और उसके पति पंकज बक्सर जिले के एक मॉल में काम करते थे। पंकज आरा का निवासी है। नीतू ने पंकज से प्रेम विवाह किया था। वर्ष 2015 में नीतू पुलिस में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुईं।