वाशिंगटन, डोनाल्ड ट्रंप सोमवार को वॉशिंगटन डीसी में कैपिटल रोटुंडा में 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। मौसम में सर्दी के कारण यह समारोह पहले से निर्धारित पश्चिमी मोर्चा से रोटुंडा के अंदर शिफ्ट किया गया है।
वाशिंगटन डीसी और न्यू जर्सी में डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले एक बड़ा बर्फीले तूफान आने की आशंका जताई गई है। प्रशासन ने नागरिकों से घरों में रहने की अपील की है। वाशिंगटन डीसी में एक से पांच इंच तक बर्फबारी हो सकती है। इस सर्दी के कारण ही शपथ ग्रहण समारोह को अंदर स्थानांतरित किया गया।
वाशिंगटन डीसी में 1 से 5 इंच तक बर्फबारी हो सकती है। इस प्रकार की सर्दी के कारण सार्वजनिक सुरक्षा की चिंता उत्पन्न हो गई है, जिससे अधिकारियों को शपथ ग्रहण समारोह को पहले से निर्धारित स्थल से रोटुंडा (इमारत के अंदर) में स्थानांतरित करने का निर्णय लेना पड़ा। इस बर्फीले तूफान के कारण शपथ ग्रहण समारोह प्रभावित हो सकता है, खासकर जब बर्फबारी और सर्दी के कारण स्थल के बाहर भीड़ जुटने की संभावना होती है। प्रशासन ने लोगों को सलाह दी है कि वे इस समय को सुरक्षित स्थानों पर बिताएं और ट्रांसपोर्ट के जरिए बाहर न निकलें, ताकि वे बर्फबारी और सर्द हवाओं से सुरक्षित रह सकें। शपथ ग्रहण से पहले, डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह अमेरिकी समस्याओं को हल करने के लिए ऐतिहासिक गति से काम करेंगे।
उन्होंने अपने समर्थकों से वादा किया कि वह अगले दिन से सभी संकटों को सुलझाने के लिए तेजी से कदम उठाएंगे। राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद, डोनाल्ड ट्रंप कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करने की योजना बना रहे हैं, जिनमें आव्रजन, सीमा सुरक्षा, ऊर्जा और प्रशासनिक सुधारों से संबंधित आदेश होंगे। कार्यकारी आदेश राष्ट्रपति द्वारा बिना कांग्रेस से मंजूरी के जारी किए जाते हैं। इस महत्वपूर्ण आयोजन से पहले, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिका पहुंचे हैं। यहां उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और जापान के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक की, जिसमें द्विपक्षीय मुद्दों और क्वाड से जुड़े विषयों पर चर्चा की गई।