बलिया , उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के मनियर थाना क्षेत्र में एक प्राइवेट डॉक्टर की लापरवाही से 12 वर्षीय बच्चे की जान चली गई. मंगलवार रात को अंश नाम के बच्चे की तबियत खराब होने पर उसके माता-पिता उसे स्थानीय प्राइवेट डॉक्टर के पास ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे एक इंजेक्शन लगाया.
इंजेक्शन लगते ही अंश की हालत और बिगड़ गई और उसके मुंह से झाग आने लगा. इसके बाद परिजन उसे लेकर सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने अंश को मृत घोषित कर दिया.
अंश की मौत के बाद परिजनों ने बुधवार को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ कि डॉक्टर के पास सिर्फ दवा बेचने का लाइसेंस था, लेकिन इंजेक्शन लगाने का अधिकार नहीं था.
इसके बावजूद उसने बच्चे को इंजेक्शन लगाया, जिससे उसकी जान चली गई. मौके से पुलिस को एक सुई के साथ एक सिरिंज और मोनोसेफ 500 मिलीग्राम की एक खाली शीशी बरामद की.
इस मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार झा ने बताया कि शिकायत के आधार पर डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और उसे जेल भेज दिया गया है. अनिल कुमार झा ने कहा कि आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं में इस प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी. इस घटना से इलाके में दुख और आक्रोश का माहौल है और लोग इस तरह की लापरवाहियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.