गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद कोर्ट में जबरदस्त हंगामा हुआ है. कोर्ट में हंगामा होते देख पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस बलपूर्वक वकीलों को हटा रही है. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक जिस वक्त सुनवाई हो रही थी, उसी दौरान जज और वकील के बीच किसी बात पर बहस हो गई थी.
जिसके बाद कोर्ट रूम में यह बवाल शुरू हो गया. बवाल के बाद केंद्रीय रिजर्व फोर्स ने मोर्चा संभाला है. वकीलों पर जज से बदसलूकी का आरोप भी लगा है.
जिला जज और वकील के बीच में जमानत को लेकर कहासुनी हो गई, इसके बाद वहां भारी संख्या में वकील इकट्ठा हो गए. इस बारे में जब पुलिस को सूचना दी गई, तब पुलिस मौके पर पहुंची. जिसके बाद पुलिस बलपूर्वक वकीलों को हटाने लगी. इस दौरान एक सिपाही कुर्सी लेकर वकीलों के पीछे भागता दिखाई दिया है.
गाजियाबाद में उप चुनाव है इसको लेकर केंद्रीय रिज़र्व फोर्स मौजूद थी फिलहाल केंद्रीय रिज़र्व फोर्स ने पूरे अदालत परिसर को अपने घेरे में ले लिया है.
एक मामले में जमानत की सुनवाई हो रही थी, तभी ये हंगामा हुआ. सुनवाई के दौरान एक आरोपी की जमानत को लेकर वकीलों और जज में बहस हुई. जिसके बाद वकीलों ने हंगामा शुरू कर दिया. इसके बाद स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस ने वकीलों के पीछे लाठियां लेकर भागती नजर आए. हालांकि वकीलों का हंगामा अभी भी जारी है.
गाजियाबाद कोर्ट के सीनियर एडवोकेट और पूर्व बार अध्यक्ष नाहर सिंह यादव ने बताया कि जिला जज की कोर्ट में जमानत अर्जी लगी हुई थी. इस अर्जी को लेकर 50 से 60 लोग उनके चेंबर में मौजूद थे. वकीलों ने जिला जज से अपील की कि जल्द से जल्द इस मामले की सुनवाई कर दी जाए. पहले इस मामले की सुनवाई कर दी जाए. अगर जिला जज पर मुकदमों का बोझ है तो वह किसी अन्य न्यायिक अधिकारी को इसका ट्रांसफर कर दें.
नाहर सिंह यादव का आरोप है कि वकीलों की विनती पर जिला जज भड़क गए और उन्होंने अभद्र व्यवहार किया. नाहर सिंह यादव के मुताबिक इसके बाद भारी संख्या में पुलिस फोर्स वहां आ गई. जिसने वकीलों पर बल का प्रयोग किया. जिसमें आधा दर्जन वकील घायल हुए हैं. नाहर सिंह यादव के मुताबिक खुद उनके बेटे के सिर में चोट आई है. कोर्ट परिसर में बनी पुलिस चौकी में भी आग लगाने की खबर है हालांकि वकीलों का कहना है कि यह काम उन्होंने नहीं किया.