लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र स्थित चरक अस्पताल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक लाश का पांच दिन से इलाज चल रहा था। मृतक के परिजन जब वार्ड में जबरदस्ती घुसे तब इस बात का खुलासा हुआ। इसके बाद अस्पताल में परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। परिजनों की कर्मचारियों से जमकर बहस हुई।
लखनऊ के चारक अस्पताल के डॉक्टरों ने एक लाश का पांच दिनों तक इलाज किया। जानकारी के मुताबिक परिजनों से पांच लाख रुपए वसूलने के लिए लाश का इलाज किया जा रहा था। शंका होने पर जब मृतक के घरवाले जबरन वार्ड में घुस गए। तब उन्हें पता चला कि मरीज की पहले ही मृत्यु हो चुकी है।
परिजनों ने बताया कि परिवार के विशाल पांडे का डेंगू का इलाज चल रहा था। डॉक्टर उन्हें मरीज से मिलने नहीं दे रहे थे। बुधवार को जब परिजन वार्ड में जबरदस्ती घुस गए तो उन्हें पता चला कि पांच दिन से डॉक्टर लाश का इलाज कर रहे थे। इसके बाद मृतक के परिजन भड़क उठे। अस्पताल में हंगामा करना शुरू कर दिया। इसी बीच अस्पताल ने परिजनों से पांच लाख रुपए वसूल लिए। परिजनों का कहना है कि अस्पताल ने मरीज की मौत की जानकारी नहीं दी। डॉक्टर पांच दिनों से लाश का इलाज करते रहे।