हापुड़, जिले में गांव सदरपुर के गांव के लोगों के लिए सूरज डूबने का मतलब किसी के प्राण निकलना है। गांव के लोग जैसे ही अंधेरे का नाम सुनते हैं तो ड़रने लगते हैं। गांव में पिछले कई दिनों से एक जहरीले सांप (नागिन) का खौफ समाया हुआ है।
यह जहरीला सांप एक के बाद कई लोगों को अपना शिकार बना चुका है। एक ही परिवार के 5 लोगों को काट चुका है। जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई है। इन तीन लोगों में मां-बेटी और बेटे शामिल हैं। दो लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
गांव के लोगों का कहना है कि यह जहरीला सांप नागिन हो सकती है। कहा जा रहा है कि शाम ढलते ही नागिन अपने बिल से बाहर निकल कर आती है। फिर ग्रामीणों को अपना शिकार बनाती है। इधर वन विभाग की टीम सपेरे लेकर जहरीले सांप को पकड़ने की कोशिश कर रही है। लेकिन अभी तक किसी के हाथ नहीं आया है। ऐसे में गांव के लोग अब पलायन के लिए मजबूर हो गए हैं।
बता दें कि जिले के बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र के गांव सदरपुर में सांप के काटने से मकान में सो रही महिला पूनम और उसके दो बच्चों साक्षी और तनिष्क की मौत हो गई थी। ग्रामीण तीनों का अंतिम संस्कार करके वापस गांव में लौटे ही थे। तभी खबर आई कि सांप ने एक और मजदूर युवक को काट लिया है। अचेत अवस्था में युवक को इलाज के लिए मेरठ के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच वन विभाग की टीम गांव में पहुंच गई। टीम ने एक सांप को भी पकड़ लिया। लेकिन सांप का खौफ गांव में खत्म नहीं हुआ। सांप ने देर रात फिर एक महिला को काट लिया। महिला का अस्पताल में इलाज चल रहा है। वन विभाग ने नागिन की पुष्टि नहीं की है। लेकिन गांव वाले सांप को नागिन बता रहे हैं।
सांप के डर से गांव वालों ने परिवार के लोगों को रिश्तेदारों के यहां भेज रहे हैं। लोगों को डर है कि कहीं वो परिवार के किसी अन्य सदस्य को न काट लें। सांप के डर की वजह से लोग रात में अपने घरों से नहीं निकल रहे हैं।
मेरठ से बुलाई सपेरों की चार सदस्यीय टीम
वन अधिकारी करन सिंह ने बताया कि ग्रामीणों की मांग पर सपेरों की टीम को बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि बीन के वाइब्रेशन से सांप बाहर निकल आए। वन विभाग की टीम उसे पकड़ ले। लेकिन सपेरों को बीन बजाते हुए भी कई घंटे बीत चुके हैं। सांप है कि बीन के वाइब्रेशन से बाहर ही नहीं निकल कर आ रहा है। ऐसे में ग्रामीणों को अपनी जान का खतरा बना हुआ है। उनमें सांप का खौफ बरकरार है।