लखनऊ, उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनावों के परिणाम अपेक्षा के मुताबिक न आने के बाद बीजेपी अब अपनी कमियों को दुरुस्त करने में जुट गई है. इसकी शुरुआत योगी मंत्रिमंडल में फेरबदल से हो सकती है.
जानकारी के मुताबिक योगी मंत्रिमंडल में नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है. जातिगत समीकरण साधने के लिए श्रीकांत शर्मा और सिद्धार्थनाथ सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है. इसके अलावा पीलीभीत सीट से सांसद बने कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद इस्तीफा दे सकते हैं. जितिन प्रसाद मोदी कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं.
यूपी में बीजेपी की परफॉरमेंस को लेकर समीक्षाओं का दौर जारी हैं. सरकार से लेकर संगठन तक हड़कंप मचा हुआ है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को ही अधिकारियों संग बैठक कर विकास कार्यों की समीक्षा के साथ ही हार की वजहों को तलाशने में जुटे हैं. उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली में पार्टी की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंच गए थे. शुक्रवार को केंद्रीय संगठन के साथ उनकी बैठक है. इस बैठक में सभी बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को तलब किया गया है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में उत्तर प्रदेश में पार्टी के प्रदर्शन को लेकर चर्चा हो सकती है.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश से मिला। 2019 में गठबंधन के साथ 64 सीट जीतने वाली बीजेपी 2014 में 36 सीटों पर सिमट गई. बीजेपी को उन सीटों पर भी हार का सामना करना पड़ा जिसे हर कोई जीता हुआ मान रहा था. इसमें संबसे बड़ा नाम अयोध्या जिले की फैज़ाबाद सीट है, जहां से बीजेपी के लल्लू सिंह को समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद ने हरा दिया।