नई दिल्ली, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) विवाद पर चुनाव आयोग ने अपना फैसला दे दिया है. चुनाव आयोग ने शरद पवार गुट को तगड़ा झटका देते हुए अजित पवार गुट को ही असली एनसीपी माना है.चुनाव आयोग ने एनसीपी पार्टी विवाद पर 10 से अधिक सुनवाई के बाद फैसला सुना दिया है.
चुनाव आयोग ने अजित पवार को एनसीपी का नाम और निशान भी दे दिया है. इससे पहले चुनाव आयोग ने शिवसेना पार्टी विवाद उद्धव ठाकरे को तगड़ा झटका दिया था और शिंदे गुट को ही असली शिवसेना बताया था.
आयोग ने अपने फैसले में याचिका की रखरखाव के निर्धारित परीक्षणों का पालन किया जिसमें पार्टी के संविधान को देखते हुए लक्ष्यों और उद्देश्यों का परीक्षण, पार्टी संविधान का परीक्षण, संगठनात्मक और विधायी दोनों बहुमत के परीक्षण शामिल थे. वहीं, चुनाव आयोग ने आगामी राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर शरद पवार गुट को विशेष अनुमति दी है. शरद पवार गुट को अब नए चुनाव चिह्न का प्रस्ताव चुनाव आयोग को भेजना होगा.
एनसीपी पार्टी के नतीजों का कई दिनों से इंतजार था. एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार खुद चुनाव आयोग की सुनवाई में शामिल हुए. इसके अलावा उनके गुट के दिग्गज नेता भी इस सुनवाई में शामिल होते रहे. अनुमान लगाया गया था कि चुनाव आयोग शिवसेना के नतीजे से अलग नतीजा देगा. क्योंकि शिव सेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे जीवित नहीं हैं. लेकिन एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार जीवित हैं. इसके अलावा वह वास्तविक सुनवाई में शामिल हो रहे थे. तो चुनाव आयोग का नतीजा क्या होगा? इसको लेकर उत्सुकता थी. लेकिन चुनाव आयोग ने वही नतीजा दिया है जो शिवसेना पार्टी विवाद मामले में आया था.