काबुल, अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में बीते दिन आए भूकंप की वजह से कम से कम 2000 लोगों की मौत का आंकड़ा सामने आया है. ये आंकड़ा तालिबान सरकार के प्रवक्ता ने दिया है.
देश के सूचना एवं संस्कृति मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल वाहिद रायन ने कहा कि हेरात में भूकंप से मरने वालों की संख्या मूल रूप से बताई गई संख्या से ज्यादा है. उन्होंने तत्काल मदद की अपील करते हुए कहा कि करीब छह गांव तबाह हो गए हैं और सैकड़ों नागरिक मलबे में दब गए हैं.
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के दफ्तर से एक अपडेट में कहा गया है कि 465 घरों के तबाह होने की सूचना है और 135 क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
संयुक्त राष्ट्र के दफ्तर ने कहा, भागीदारों और स्थानीय अधिकारियों का अनुमान है कि हताहतों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि ध्वस्त इमारतों के नीचे कुछ लोगों के फंसे होने की खबरों के बीच खोज और बचाव प्रयास जारी हैं.
गौरतलब है कि शनिवार को हेरात प्रांत में भूंकप के चार झटके महसूस किए गए.
तालिबानी सरकार में वित्त मामलों के उप-प्रधानमंत्री अब्दुल गनी बरादर ने घायल और मरने वालों को लेकर शोक जाहिर किया है. तालिबान ने हेरात के भूकंप प्रभावी इलाकों में स्थानीय संगठनों को जल्द से जल्द पहुंचने की गुजारिश की है.
Once again, children and families in Afghanistan have been affected by a devastating earthquake, this time in western Herat province.@UNICEFAfg is on the ground with our UN colleagues to assess the full impact. Our heartfelt condolences go out to all families affected. pic.twitter.com/BczC42jLnI
— UNICEF Afghanistan (@UNICEFAfg) October 7, 2023
तालिबान ने कहा है कि सहायता संगठन जल्द से जल्द घायलों को अस्पताल लेकर जाएं और उन लोगों के रहने के लिए जगह मुहैया कराएं जो भूकंप की वजह से बेघर हो गए हैं.
तालिबान ने कहा है कि सुरक्षा एजेंसियां मलबे में दबे लोगों को निकालने में मदद करें. लोगों को निकालने में जितनी भी संसाधनों की जरूरत हो उसका इस्तेमाल करें.