प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के नाम पर ठगी, कॉल सेंटर चलाकर लोगों को बनाते थे शिकार, युवती समेत आठ गिरफ्तार

लखनऊ, गारंटी और सस्ती दरों में प्रधानमंत्री मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर लोगों को ठगने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह कल्याणपुर में एक कॉल सेंटर चलाकर लोगों को फंसाता था।

ठगी के शिकार ज्यादातर ग्रामीण ही होते थे। एक महिला समेत आठ आरोपितों को पुलिस ने जेल भेजा है। आरोपितों ने अपराध से अर्जित धन से सम्पत्तियां भी बना ली हैं। पुलिस ने इनके पास से फर्जी दस्तावेज, पोस्टर, पंम्फ्लेट, मोबाइल फोन आदि सामग्री बरामद की है। गुडवर्क करने वाली टीम को डीसीपी वेस्ट ने 25 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है।

डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने बताया कि 18 अगस्त 2023 को चौबेपुर थाने में ग्राम मोहिनी निवादा निवासी सूर्य प्रकाश गौतम ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया था कि उन्होंने गांव की दीवारों पर एक पोस्टर चिपका देखा था जिसमें बिना गारंटी और सस्ती दरों में प्रधानमंत्री मुद्रा लोन दिलाने की बात लिखी थी। 24 व 25 जुलाई को उन्होंने पोस्टर पर दिए गए नंबर से सम्पर्क किया तो उनकी बात संजीव नाम के युवक से हुई। जिसने खुद को कोटक महिन्द्रा बैंक नोएडा ब्रांच का बताया।

50 हजार रुपये लोन कराने के नाम पर आरोपितों ने अलग-अलग फाइल चार्जेज, प्रोसेसिंग फीस आदि के नाम पर सूर्य प्रकाश से 24 हजार ठग लिए। फिर मोबाइल नम्बर बंद कर दिया। डीसीपी को इसी तरह की कई और शिकायतें मिली तब उन्होंने जांच शुरू कराई। नम्बरों को ट्रेस करने के लिए वेस्ट की स्वाट, सर्विलांस और साइबर टीम को संयुक्त तौर पर लगाया गया।

पोस्टर में जो नम्बर दिए गए थे, उन्हें सर्विलांस पर लेने के बाद जानकारी हुई कि वह सभी कल्याणपुर में एक्टिव हैं। यहां पर पुलिस की टीमों ने छापेमारी की तो कॉल सेंटल चलता मिला। यहां से आठ आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया।

किनकी कहां हुई गिरफ्तारी
– ग्राम हरीपुरवा चांद वेहटा हरदोई निवासी आलोक सिंह। यह सरगना है और खुद को मैनेजिंग डायरेक्टर, प्रधानमंत्री मुद्रा लोन लिखता था।
– ग्राम देवकली बिल्हौर निवासी तनिष्क कटियार। यह यहां पर मैनेजर के तौर पर कार्यरत था।
– ग्राम मुंगीसापुर डेरापुर कानपुर देहात निवासी रजत कटियार। यह यहां सहायक मैनेजर था।
– दबौली वेस्ट कच्ची बस्ती गोविंद नगर निवासी राहुल। यह इस फर्जी कम्पनी में कैशियर व ऑफिस सहायक के पद पर था।
– ग्राम सहवाजपुर सहार औरैया निवासी लोकेन्द्र प्रताप सिंह। वर्तमान में यह गोकुलग्राम मुल्लू खेड़ा लखनऊ में रह रहा है। यह यहां पर फील्ड ऑफीसर था।
– डंडानियापुर आगरा निवासी गोपीचन्द्र। यह यहां पर फील्ड ऑफिसर था।
– ग्राम सेठऊपुर फर्रुखाबाद निवासी प्रेम कुमार। यह पोस्टर चिपकाने का काम करता था।

जी 724 सीएनजी पेट्रोल पम्प के पीछे आवास विकास कल्याणपुर निवासी समृद्धि सिन्हा। वह मूल रूप से वार्ड बरमंदा पावर हाउस के पीछे चित्रगुप्ता कालोनी गिरडी झारखंड की रहने वाली है। वह यहां पर टेलीकॉलिंग व रिसेप्शनिस्ट का कार्य करती थी।

कई जिलों में चस्पा करते थे पोस्टर
आरोपियों ने कानपुर नगर व आस-पास जैसे कानपुर देहात, चित्रकूट, जौनपुर, बांदा, हरदोई, पीलीभीत, बहराइच, मिर्जापुर आदि जिलों में वह पोस्टर चस्पा करते थे। उनका टारगेट मुख्यता ग्रामीण ही होते थे।

क्या लिखा है पोस्टर में
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन- 50 हजार रुपये से लेकर 5 लाख तक का लोन। बिना गारंटी के मात्र 24 घंटे में। महिलाओं और छात्रों को विशेष छूट 30 प्रतिशत से 50 प्रतिशत तक की। लोन हेतु सम्पर्क करे। 7267..88 इस नंबर पर।

ये बरामद हुआ
1.23 लाख रुपये, 16 मोबाइल फोन, 10 मोबाइल फोन (की पैड), 1 लैपटॉप, 5 चेकबुक, 2 क्यूआर कोड, 15 एटीएम कार्ड, 8 पहचान पत्र, 25 सिम कार्ड, 2 कार और 10 बंडल पम्फ्लेट बरामद किया गया है।

डीसीपी वेस्ट ने बताया कि गिरोह ने अपराध से अर्जित किए गए धन से संपत्ति भी अर्जित की है। आरोपितों ने सिंहपुर में दस लाख कीमत की जमीन खरीदी है। इसके अलावा औरैया में 15 लाख की एक एकड़ जमीन भी खरीदी है। ठगी की रकम से एक अल्ट्रोज कार और एक आई 10 कार भी खरीद रखी है। 5 लाख रुपये में आरोपितों ने अपने ऑफिस की साज सज्जा कराई थी।

1.5 साल में 200 लोगों को बनाया शिकार
डीसीपी ने बताया कि गिरोह बीते डेढ़ साल से लोगों को ठगने का काम कर रहा था। 200 लोग अब तक इस गिरोह के शिकार हो चुके हैं। यह गिरोह छोटी छोटी रकम की ठगी करता था। गिरोह के चार खातों को पुलिस ने सीज किया है।

चार आपराधिक मामलों की मिली जानकारी
चौबेपुर, बिल्हौर, घाटमपुर और गोविंद नगर में आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी के चार मामले दर्ज हैं। डीसीपी के मुताबिक अन्य थानों से आरोपितों के अपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

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