लखनऊ, राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के महासम्मेलन के दौरान सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर जूता फेंका गया। वकील की ड्रेस में आये एक शख्स ने सोमवार दोपहर को स्वामी प्रसाद मौर्य पर जूता फैंका। इससे पहले सपा से बीजेपी में गये दारा सिंह चौहान पर भी स्याही फेंकी जा चुकी है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी हमलावर युवक वकील की वेशभूषा में इस सम्मेलन में पहुंचा था। उसको पुलिस ने कार्यकर्ताओं से बचाकर अपनी कस्टडी में लिया है। युवक का नाम आकाश सैनी बताया जा रहा है। पुलिस कस्टडी में उसने कहा कि हम पूजा-पाठ करने वाले हैं।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। आरोपी युवक से पुलिस की पूछताछ जारी है।
जानकारी के अनुसार, कार्यक्रम में वकील बनकर आए हमलवार ने जैसे ही स्वामी प्रसाद मौर्य पर जूता फेंका। उसे समर्थकों ने पकड़ लिया।
इसके बाद समर्थक शख्स के साथ मारपीट करने लगे। हालांकि, किसी तरह से पुलिस ने शख्स को भीड़ से छुड़ाया और उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मामले की पूछताछ में जुटी हुई है।
गौरतलब है कि शख्स की पहचान आशीष सैनी के रूप में हुई है। उसका कहना है कि वह हिंदू धर्म के बारे में सपा नेता की टिप्पणियों से आहत था इसलिए उसने ये हमला किया।
मालूम हो कि स्वामी प्रसाद मौर्य अक्सर मीडिया में अपनी बयानबाजी को लेकर चर्चा में रहते हैं। हिंदू धर्म और भगवान राम और रामचरितमानस पर उन्होंने पहले कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं। सपा नेता मौर्य उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बड़े नेता है। वह कभी बसपा में थे लेकिन उन्होंने सपा का दामन थाम लिया।
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने 1996 में बीएसपी के टिकट पर रायबरेली की डलमऊ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीता था। वह चार बार कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। तीन बार वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे हैं।
यूपी की राजधानी में अहम चेहरा स्वामी प्रसाद मौर्य बसपा से साल 2016 में बगावत कर बैठे और बीजेपी के साथ मिल गए। हालांकि, अब वह समाजवादी पार्टी में अखिलेश यादव के संग हो लिए हैं।