नई दिल्ली, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) एक बार फिर चर्चा में है। इसके तहत 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई को सेमेस्टर में कराया जाएगा। अभी तक साल में एक बार मार्च माह के आसपास फाइनल परीक्षा देनी होती थी, लेकिन नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत अब 9वीं कक्षा की परीक्षाएं भी दो भागों में कर दी गई हैं।
बता दें, देश की शिक्षा नीति में पिछले कुछ समय से बदलाव किया जा रहा है, जो कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के नाम से खबरों में है। रिपोर्ट के अनुसार, कक्षा 3 से 12वीं तक के लिए नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (NCF) तैयार किया गया है, इस जल्द ही संभवत: इसी माह तक जारी कर दिया जाएगा। जानकारी के अनुसार, नया नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क 29 जुलाई तक सामने आ सकता है।
NCF जारी किए जाने के बाद किताबें तैयार किए जाने की कमेटियां गठित की जाएंगी। एनईपी के तहत, कक्षा 3 से 12 तक के लिए स्कूली शिक्षा में अब करीब 150 विषयों की किताबें तैयार की जाएंगी। सरकार की तैयारी 2024 से 2025 सत्र में एनईपी के हिसाब से नई किताबें सामने लाना है।
अभी तक सेमेस्टर सिस्टम ग्रेजुएशन में होता था, लेकिन अब 9वीं के बच्चे भी इस सिस्टम में पढ़ाई कर सकेंगे। बता दें, सेमेस्टर का मतलब होता है कि फाइनल परीक्षाएं दो भागों में होंंगी – पहली परीक्षा नवंबर दिसंबर के आसपास जबकि दूसरी परीक्षा मार्च अप्रेल के आस पास होगी। इस दौरान आधा सिलेबस ही एक सेमेस्टर में पूछा जाएगा, जबकि बाकी का आधा दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा में पूछा जाएगा। रही बात नंबर कैसे मिलेंगे तो बता दें, कि एनसीएफ 29 जुलाई तक जारी होगी, संभावना है कि उस ड्राफ्ट में नंबर दिए जाने की जानकारी दी जाएगी।
एनईपी 2020 का मुख्य उद्देश्य क्या है?
एनईपी 2020 का उद्देश्य स्कूली पाठ्यक्रम सामग्री को कम करना है। इसके अलावा विश्लेषणात्मक और महत्वपूर्ण सोच, अनुभवात्मक शिक्षा और रचनात्मकता पर जोर देना है। कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करना है और छात्रों को experiential learning व creativity का अनुभव देना है।