त्रिपुरा के उनाकोटि जिले में हाई-टेंशन तार के संपर्क में आने के बाद रथ में आग लग गई। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई। 16 लोगों के घायल होने की खबर है।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा, “त्रिपुरा के इतिहास में आज तक ऐसी घटना नहीं हुई। मैं दुर्घटनास्थल और 2 अस्पतालों में गया। जो गंभीर रूप से घायल हैं उन्हें जी.बी. अस्पताल रेफर किया गया है। कुल 7 लोगों की मृत्यु हुई है और 16 लोग घायल हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा, जो लोग घायल हैं उनका पूरा इलाज का खर्च राज्य सरकार उठाएगी। जिन लोगों की घटना में मृत्यु हुई है उनके परिवारों को राज्य सरकार की तरफ से 4 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी।
प्रधानमंत्री कोष से भी मिलेगी सहायता
सीएम ने बताया कि जो लोग 60% से ज्यादा जले हैं उन्हें 1 लाख रुपए और जो लोग 40% से ज्यादा और 60% से कम जले हैं उन्हें 75 हज़ार रुपए दिए जाएंगे। इसके अलावा PMNRF से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपए और घायलों को 50 हज़ार रुपए दिए जाएंगे।
हाईटेंशन तार के संपर्क में आया रथ
इससे पहले आई शुरुआती खबरों में पुलिस ने बताया कि, कुमारघाट टाउन में हाईटेंशन बिजली के तार के संपर्क में आने के बाद रथ में आग लगने से 6 से 9 लोगों की मौत होने की खबर है। दर्जनभर से अधिक लोग घायल हुए हैं।
त्रिपुरा पुलिस के अनुसार मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। फ्री प्रेस जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान रथ अचानक हाईटेंशन बिजली के तार के संपर्क में आ गया।
भगवान जगन्नाथ के ‘उल्टा रथ यात्रा’ उत्सव के दौरान कुमारघाट में हृदयविदारक घटना हुई। पुलिस के अनुसार, दुर्घटना शाम करीब साढ़े चार बजे हुई। छह लोगों की मौत हो गई, 15 अन्य झुलस गए।
मुख्यमंत्री माणिक साहा ने शोक व्यक्त करते हुए कहा, “कुमारघाट में दुखद दुर्घटना में ‘उल्टा रथ’ खींचते समय करंट लगने से कई श्रद्धालुओ की जान चली गई। कई अन्य घायल हो गए।
हादसे की विचलित करने वाली
सीएम ने कहा, वे हादसे से बहुत दुखी हैं। शोक संतप्त और आहत परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं। उन्होंने घायल व्यक्तियों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा, राज्य सरकार इस कठिन समय में पीड़ितों के साथ खड़ी है।”
रिपोर्टों के अनुसार, वापसी की रथ यात्रा एक सप्ताह बाद आयोजित होती है। भगवान जगन्नाथ, बड़े भाई भगवान बलभद्र और छोटी बहन देवी सुभद्रा के विग्रह को मौसी बाड़ी से वापस मंदिर के गर्भगृह में वापस लाया जाता है। इसी दौरान हादसा हुआ।
त्रिपुरा पुलिस ने बताया कि जश्न के माहौल के बीच बुधवार को लोहे से बना ‘रथ’ खींचने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े थे। इसी दौरान ‘रथ’ अनजाने में 133kv ओवरहेड केबल के संपर्क में आ गया।
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सहायक महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) ज्योतिषमान दास चौधरी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, छह लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई।15 अन्य झुलस गए। घायलों का नजदीकी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनकी हालत गंभीर है।
कुमारघाट सब डिविजन अस्पताल के मेडिकल अधिकारी डॉ. संजित चकमा ने बताया, “अब तक कुल 6 लोगों की मृत्यु हुई है। 6 लोगों को जिला अस्पताल रेफर किया गया है।”