कराची, चक्रवाती तूफान ‘बिपारजॉय’ के पाकिस्तान पहुंचने की आशंका के बीच तटीय कस्बों तथा छोटे द्वीपों में रहने वाले हजारों लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं।
तेज हवाओं, बारिश और ऊंची लहरों ने चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के आगमन की आहट दे दी है। ‘बिपारजॉय’ का अर्थ बंगाली भाषा में आपदा है। इसे ‘बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान’ की श्रेणी में रखा गया है। इसके 140 से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की तेज हवाओं के साथ यहां पहुंचने के आसार हैं। हवाओं की रफ्तार बढ़कर 170 किलोमीटर प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती हैं।
नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार, चक्रवात के उत्तर की ओर बढ़ते रहने के बाद फिर पूर्व की ओर मुड़ने तथा थट्टा जिले के केटी बंदर और भारत के गुजरात तट के बीच पहुंचने के आसार हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार थट्टा, बदीन, सजवल, थारपारकर, कराची, मीरपुर खास, उमरकोट, हैदराबाद, ओरमारा,टांडा अल्लाहया और टांडो मोहम्मद खान में इसका असर दिख सकता है।
Cyclone ‘Biparjoy’ in Pakistan : सिंध के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से साझा की गई जानकारी के अनुसार, तीन जिलों के सात तालुकों (सरकार द्वारा अनुमानित) में रहने वाले 71,380 लोगों में से 56,985 लोगों को मंगलवार शाम तक निकाला गया। सरकारी स्कूलों और कॉलेजों सहित विभिन्न स्थलों पर 37 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। पाकिस्तानी नौसेना के अनुसार, नौसेनिकों ने शाह बंदर के विभिन्न गांवों से 700 लोगों को निकाला है और समुद्र से 64 मछुआरों को बचाया गया है।