नई दिल्ली, नेपाल के पर्वतीय मुस्तांग जिले में विमानन कंपनी ‘तारा एअर’ के दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान में सवार कोई भी व्यक्ति अभी तक जीवित नहीं मिला है। नेपाली मीडिया की खबरों में यह जानकारी दी गई है। नेपाल की सेना ने सोमवार को बताया कि रविवार की सुबह दुर्घटनाग्रस्त हुए यात्री विमान का मलबा नेपाल के मुस्तांग जिले में मिला है। यह विमान करीब 20 घंटे से लापता था। नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने बताया कि अभी तक 14 शव बरामद किए गए हैं।
आपको बता दें कि ‘तारा एअर’ के ‘ट्विन ओट्टर 9एन-एईटी’ विमान ने पोखरा से रविवार की सुबह करीब 10 बजे उड़ान भरी थी, लेकिन 15 मिनट बाद ही उसका नियंत्रण टॉवर से संपर्क टूट गया था। विमान में चार भारतीय, दो जर्मन और 13 नेपाली नागरिकों सहित कुल 22 लोग सवार थे।
विमान में सवार भारतीयों की पहचान यह है
विमानन कंपनी की ओर से जारी यात्रियों की सूची के अनुसार, विमान में मौजूद भारतीयों की पहचान अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पत्नी वैभवी बांडेकर त्रिपाठी और बच्चों-धनुष त्रिपाठी व ऋतिका त्रिपाठी के तौर पर हुई है। यह परिवार महाराष्ट्र के ठाणे जिले का रहने वाला है। समाचार पत्र ‘काठमांडू पोस्ट’ ने एक खबर में बचावकर्मियों के हवाले से बताया कि विमान के मलबे से 14 शवों को निकाला गया है।
इस कारण हुआ होगा हादसा
‘माय रिपब्लिक’ समाचार पत्र की खबर के अनुसार, घटनास्थल पर पहुंचे इंदा सिंह ने बताया कि विमान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। सिंह ने बताया कि विमान में आग नहीं लगी थी। विमान संभवत: एक चट्टान से टकराने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हुआ। यह विमान करीब 20 घंटे से लापता था।
सेना के प्रवक्ता ने क्या किया ट्वीट
सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर नारायण सिल्वाल ने ट्वीट किया, ”सैनिकों और बचावकर्मियों ने दुर्घटनास्थल का पता लगा लिया है। इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी जल्द साझा की जाएगी।” उन्होंने एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, ”दुर्घटनास्थल मुस्तांग जिले के थसांग-2 के सनोसवेयर में है।” तस्वीर विमान के मलबे की प्रतीत होती है।
सिल्वाल ने बताया कि पुलिस निरीक्षक लेफ्टिनेंट मंगल श्रेष्ठ और एक गाइड दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा, ”विभिन्न एजेंसियों के अन्य बचाव दल छोटे हेलीकॉप्टर के जरिये दुर्घटनास्थल पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। वहां पहुंचने के लिए हर संभव साधन के इस्तेमाल पर विचार किया जा रहा है।”