नई दिल्ली, साल 2022 में प्रवेश करते ही विपक्षी दल कांग्रेस ने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है. कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के शासन में जनता महंगाई से परेशान है।
हर चीज के दाम बढ़े हैं. यहां तक कि रसोई का बजट भी बिगड़ गया है. कांग्रेस ने कहा कि नए साल में सरकार और भी महंगाई की मार करने वाली है.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए कहा कि याद कीजिए हम हर नए वर्ष पर एक दूसरे की समृद्धि की कामना करते हैं, बधाई देते हैं, मगर कभी आपने सोचा है कि हमारी सरकार हमारी सुख-समृद्धि के लिए हमें नए वर्ष पर क्या दे रही है. हमारे लिए क्या कामना कर रही है? बीते सात वर्षों की तरह इस वर्ष भी देश की जनता को जो उपहार मोदी सरकार द्वारा दिया जा रहा है, वो है ‘महंगाई की मार का उपहार.।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट में लिखा कि 71 रुपये प्रति लीटर का पेट्रोल और 56 रुपये प्रति लीटर का डीजल 100 रुपये पार कर दिया. 400 रुपये का खाना बनाने की गैस का सिलेंडर 1000 पार कर दिया. खाने का तेल ₹90 से बढ़ाकर ₹200 से ₹250 तक कर दिया. इसके अलावा दाल के दाम ₹60 प्रति किलो से बढ़कर ₹150 किलो को पार कर गए।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि लोग सुकून से एक चाय की प्याली भी नहीं पी सकते. ₹120 किलो की चाय अब ₹300 से ₹400 किलो तक महंगी हो गई है. जिस जनता का नमक खाकर सत्ता की सौगंध खाई थी, भाजपा के लोगों ने उस नमक के साथ भी धोखा किया. नमक की कीमत भी ₹12 प्रति किलो से बढ़कर ₹22 प्रति किलो तक हो गई है. इसके अलावा दाल, चना, राजमा, टमाटर, प्याज, सब्जी – हर खाने-पीने की चीज़ गरीब की थाली से दूर होती जा रही है.
महँगाई की मार – नए साल का मोदी उपहार#2022NewYear के पहले दिन ही मोदी सरकार ने हमें नए साल का तोहफा 2022 की नई महंगाई के रूप में दे डाला
यह नई महंगाई और इसके साथ 2021 के पूरे साल में लगभग 10% की ऊँची बेरोजगारी दर क्या इसके लिए हमें मोदी जी को धन्यवाद देना चाहिए?
कांग्रेस नेता ने कहा कि साल 2022 के पहले दिन ही मोदी सरकार ने हमें नए साल का तोहफा 2022 की नई महंगाई के रूप में दे डाला. यह नई महंगाई और इसके साथ 2021 के पूरे साल में लगभग 10 प्रतिशत की ऊंची बेरोजगारी दर दी गई है. महंगाई का बोझ बढ़ता जा रहा है. नवंबर 2021 में होलसेल प्राइज इंडेक्स 14.23 प्रतिशत रहा, जो पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा था. नए साल में इसका प्रभाव बहुत जल्दी महसूस होने लगेगा।
सुरजेवाला ने कहा कि नए साल में रोजमर्रा की उपभोक्ता वस्तुएं हों या स्टील, सीमेंट व बिजली, सब पर हमें और ज्यादा पैसा खर्च करने की तैयारी कर लेनी चाहिए. रोजमर्रा के कपड़ों से लेकर जूते-चप्पल या एटीएम से पैसे निकालने तक या फिर टोल टैक्स, हर चीज़ महंगी होने वाली है. 1 जनवरी 2022 से कपड़े ज्यादा महंगे होंगे।
उन्होंने कहा कि फिनिश्ड गुड्स जैसे कपड़े, वस्त्र आदि सभी सामान 1 जनवरी 2022 से और ज्यादा महंगे हो जाएंगे, क्योंकि केंद्र की भाजपा सरकार इन सामानों पर जीएसटी 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर रही है. 1000 रुपये तक की कीमत वाले कपड़ों पर जीएसटी दर को 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दिया गया है।
सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी व कांग्रेस शासित प्रदेशों के विरोध के चलते व 5 राज्यों के चुनाव सामने देख अब इस बढ़ोत्तरी को आनन-फानन में 28 फरवरी तक रोक दिया गया है. उन्होंने कहा कि चुनावों के कारण शायद यह 1 महीना और बढ़ जाए. गौर रहे कि निर्णय वापस नहीं लिया गया. चुनाव होते ही जनता पर यह टैक्स फिर लगा दिया जाएगा. जीएसटी बढ़ाए जाने से कपड़ा उद्योग की 15 लाख से ज्यादा नौकरियां समाप्त हो जाएंगी. पवरलूम व हथकरघा बुनकरों के व्यवसाय व रोजगार के अवसर छिन जाएंगे।
फूड डिलीवरी सेवाओं व रेस्टोरेंट सर्विस के तहत आए ‘क्लाउड किचन’ पर 5 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगेगा. FMCG (Fast Moving Consumer Goods) उपभोक्ता वस्तुओं में 10 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी होगी. FMCG उपभोक्ता वस्तुओं की कीमत 6 प्रतिशत से 10 प्रतिशत बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि एटीएम से अपना ही पैसा निकालने के लिए और टैक्स देना होगा. वहीं एटीएम से कैश निकालने पर शुल्क बढ़ेगा. निशुल्क ट्रांज़ैक्शन की सीमा पूरी होने के बाद बैंक अपने ग्राहकों से ₹21 प्रति ट्रांज़ेक्शन शुल्क की वसूली करेंगे. ऑनलाइन टैक्सी/ऑटो रिक्शा की बुकिंग भी महंगी हो जाएगी. कार या ऑटोमोबाइल भी खरीदना महंगा हो जाएगा. सीमेंट की कीमतें भी 400 रुपये प्रति बैग बढ़कर हो जाएंगी. 2021 में भी सीमेंट की कीमतें 15 प्रतिशत से 20 प्रतिशत तक बढ़ीं हैं. नर्सरी के बच्चों की ड्राइंग टूल किट पर अब 5 प्रतिशत जीएसटी लगेगा।