लखनऊ, महानगर निवासी कश्मीरी पंडितों के परिवार ने उनके परिसर में अवैध रूप से घुस आए ट्रैक्टर ट्राॅली के मालिक का पता न चलने की स्थिति देखकर सार्वजनिक नीलामी कराने का फैसला किया है और इस कार्य में लखनऊ जिला प्रशासन से कानूनी सहयोग मांगा है।
आज हजरतगंज स्थित इंडियन काॅफी हाऊस में आयोजित प्रेसवार्ता में कश्मीरी पंडित दीपक काचरू ने बताया कि महानगर क्षेत्र के सी- ब्लाक में स्थित उनके निवास स्थान में एक ट्रैक्टर ट्राॅली अवैध रूप से छोड़कर ड्राईवर भाग गया था।इस मामले की जानकारी महानगर थाना और पुलिस कमिश्रर कार्यालय को देने के बाद भी ट्रैक्टर मालिक का अता-पता आज तक नहीं चल सका है।लावारिस ट्रैक्टर पर कोई नम्बर प्लेट भी मौजूद नहीं है। बाहर सड़क पर रखने पर मुहल्ले वालों और नगर निगम को परेशानी है कि सार्वजनिक स्थान पर ट्रैक्टर क्यों खड़ा कर दिया है।
अब एक ही रास्ता बचा है कि लखनऊ जिला प्रशासन के कानूनी सहयोग से इस लावारिस ट्रैक्टर की सार्वजनिक नीलामी करके पैसा किसी स्वयंसेवी संस्था अथवा ट्रस्ट को दे दिया जाये अथवा लखनऊ जिला प्रशासन यह पैसा सरकारी खजाने में जमा करा दे।वैसे उनका इरादा यह पैसा अयोध्या में बन रहे राममंदिर निर्माण ट्रस्ट को देने का है लेकिन अभी इसके लिए सक्षम लोगों से सम्पर्क किया जा रहा है।
प्रेसवार्ता में मौजूद कश्मीरी पंडित दीपक काचरू एवं हितेश काचरू के अलावा सम्बंधित मकान के विधिक केयरटेकर योगेश उपाध्याय भी मौजूद रहे। योगेश उपाध्याय ने बताया कि यह मकान डी.के.सिंह का है जो लम्बे समय से विदेश में बसे हुए हैं।काचरू बंधुओं के अनुसार वे इस मकान में तीस वर्षों से अधिक समय से रह रहे हैं।
काचरू बंधुओं ने बताया कि अगर आनेवाले समय में इस ट्रैक्टर का कोई मालिक अपने ट्रैक्टर की दावेदारी के लिए सामने आता है तो उनके परिसर में अवैध रूप से ट्रैक्टर खड़ा करने से सम्बंधित प्राथमिकी नामजद रूप में दर्ज कराना सम्भव हो सकेगा।