लेह के पूर्वी इलाकों में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.7 मापी गई

लद्दाख, मंगलवार सुबह करीब 4.50 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, लेह के पूर्वी इलाकों में आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.7 मापी गई. वहीं भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी. भूकंप के झटकों के कारण किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है. पिछले महीने 24 अक्टूबर को भी करगिल के नजदीक भूकंप आया था और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.2 मापी गई थी.

इससे पहले सोमवार को तमिलनाडु के उत्तरी नगर वेल्लोर से कुछ दूर भूकंप आया था. भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.6 मापी गई. वेल्लोर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि भूकंप थट्टापरई गांव (गुड़ियट्टम तालुक) के तहत मथुरा मीनूर कोलाइमेडु में आया और इलाके में एक घर भूकंप के असर से क्षतिग्रस्त हो गया. दो मंजिला घर के मालिक जी सेल्वम ने बताया कि भूकंप की वजह से घर में ‘दरार’ आ गई।

पिछले शुक्रवार को असम और मिजोरम सहित पूर्वोत्तर क्षेत्र में 6.1 तीव्रता का तेज भूकंप आया था. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार भूकंप का केंद्र मिजोरम से लगी म्यांमार की सीमा के पास था. भूकंप सवा पांच बजे आया और इसकी गहराई जमीन से 35 किलोमीटर नीचे थी. असम, मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा में कई जगहों पर झटके महसूस किए गए. अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के कोलकाता, अलीपुरद्वार, दार्जीलिंग और जलपाईगुड़ी जिलों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए.

भूकंप आने पर खुद का इस तरह करें बचाव:

1- भूकंप के झटके महसूस हों, वैसे ही आप किसी मजबूत टेबल के नीचे बैठ जाएं और कस कर पकड़ लें.
2- जब तक झटके जारी रहें या आप सुनिश्चित न कर लें कि आप सुरक्षित ढंग से बाहर निकल सकते हैं, तब तक एक ही जगह बैठे रहें.
3- अगर ऊंची इमारत में रहते हैं तो खिड़की से दूर रहें.
4- बिस्‍तर पर हैं तो वहीं रहें और उसे कसकर पकड़ लें. अपने सिर पर तकिया रख लें.
5- अगर आप बाहर हैं तो किसी खाली स्‍थान पर चले जाएं यानी बिल्डिंग, मकान, पेड़, बिजली के खंभों से दूर.
6- कार चला रहे हैं तो कार धीमी करें और एक खाली स्‍थान पर ले जाकर पार्क कर दें.
7- अगर आप बाहर, सड़क पर या बाजार में हो तो पास में मैदान या खुली जगह में पहुंच जाएं.
8- ऊंची बिल्डिंगों के करीब न रहें और उनसे दूर चले जाएं.
9- कहीं अंदर फंस गए हैं तो दौड़ें नहीं, इससे और तेज झटके लग सकते हैं.
10- पेड़ों से और बिजली के तारों से दूर रहने की कोशिश करें.

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