नयी दिल्ली, केन्या के सैन्य प्रमुख जनरल फ्रांसिस ओमोंडी ओगोला की देश के पश्चिम में एक सैन्य हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से मृत्यु हो गई है। राष्ट्रपति ने यह घोषणा की है।
जनरल ओगोला ग्यारह अन्य सैन्य कर्मियों के साथ हेलीकॉप्टर में सवार थे। दुर्घटना में केवल दो लोग जीवित बचे है। बीबीसी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि राष्ट्रपति विलियम रूटो ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह देश के लिए ”बड़े दुख का क्षण” है। उन्होंने इससे पहले उन्होंने सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई थी।
रुटो ने बताया कि दुर्घटना स्थानीय समयानुसार 14:20 बजे हुई। राष्ट्रपति ने कहा कि केन्या वायु सेना ने दुर्घटना का कारणों का पता लगाने के लिए एक जांच दल भेजा है। हेलीकॉप्टर राजधानी नैरोबी से लगभग 400 किमी उत्तर-पश्चिम में एल्गेयो माराक्वेट काउंटी में गिरा। रुटो ने कहा, ”दुर्भाग्य से, विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया।” बचाव और राहत टीमों को दुर्घटनास्थल पर भेजा गया है।
वायु सेना के कमांडर और रक्षा बलों के उप प्रमुख के रूप में कार्य करने के बाद जनरल ओगोला को पिछले साल अप्रैल में रुटो द्वारा नियुक्त किया गया था। रूटो ने केन्या के सर्वोच्च रैंकिंग सैन्य अधिकारी और राष्ट्रपति के मुख्य सैन्य सलाहकार जनरल ओगोला को एक बहादुर अधिकारी बताया और कहा कि उन्होंने अपनी ड्यूटी के दौरान प्राण न्योछावर कर दिए। रूटो ने राष्ट्र को बताया, ”हमारी मातृभूमि ने अपने सबसे बहादुर जनरलों, वीर अधिकारियों, सैन्य पुरुषों और महिलाओं में से एक को खो दिया है।” देश में शुक्रवार 19 अप्रैल से शुरू होने वाले तीन दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। रुटो ने कहा कि केन्या गणराज्य और विदेशों में केन्याई मिशनों में झंडे आधे झुके रहेंगे।
दुर्घटना में मारे गए नौ अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों में ब्रिगेडियर स्वाले सईदी, कर्नल डंकन केटनी, लेफ्टिनेंट कर्नल डेविड सावे, मेजर जॉर्ज बेन्सन मैगोंडु, कैप्टन सोरा मोहम्मद, कैप्टन हिलेरी लिटाली, सीनियर सार्जेंट जॉन किन्यूआ मुरेथी, सार्जेंट क्लिपहोंस ओमोंडी, और सार्जेंट रोज़ न्यावीरा शामिल है। जीवित बचे दो लोगों की भी हालत गंभीर है और उनका इलाज चल रहा है। इन अधिकारियों ने केन्या के दस्युता से ग्रस्त उत्तरी रिफ्ट क्षेत्र की यात्रा की थी और दस्यु हमलों के बाद बंद किए गए कुछ स्कूलों को फिर से खोलने के मिशन पर ये लोग वहां गये थे। उन्होंने क्षेत्र को स्थिरता बहाल करने के लिए तैनात सैन्य अधिकारियों से भी मुलाकात की थी।