राहुल गांधी ने कहा कि 2014 में जब UPA ने ऑफिस छोड़ा था तो सिलेंडर का दाम 410 रुपए था और आज सिलेंडर का दाम 885 रुपए है। सिलेंडर के दाम में 116% की बढ़ोतरी हुई है। पेट्रोल की कीमत में 2014 से 42% और डीजल की कीमत में 55% की बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने पहले कहा था कि मैं डीमोनेटाइजेशन कर रहा हूं और वित्त मंत्री कहती रहती हैं कि मैं मोनेटाइजेशन कर रही हूं। असल मायने में सरकार ने किसानों, मजदूरों, छोटे दुकानदार, MSME, सैलरीड क्लास, सरकारी कर्मचारियों और ईमानदार उद्योगपतियों का डीमोनेटाइजेशन किया है।
बीते 15 दिनों में ही गैर-सब्सिडी वाले LPG सिलेंडर 50 रुपए महंगा हुआ है। आज ही इसमें 25 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। इससे पहले पेट्रोलियम कंपनियों ने 18 अगस्त को गैस सिलेंडर की कीमतों में 25 रुपए का इजाफा किया था।
राहुल गांधी ने इस मसले पर ट्वीट करके सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जनता को भूखे पेट सोने पर मजबूर करने वाला खुद मित्र-छाया में सो रहा है, लेकिन अन्याय के खिलाफ देश एकजुट हो रहा है।
पेट्रोल, डीजल और LPG की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस सरकार पर लगातार हमलावर रही है। पार्टी की मांग है कि सरकार कुछ करों को हटाकर इन उत्पादों के दाम कम करे। इससे पहले राहुल गांधी पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के बढ़ते दामों के खिलाफ साइकिल चला कर संसद पहुंचे थे। महंगाई के खिलाफ विपक्ष कई बार सड़कों पर उतरकर विरोध प्रर्दशन भी कर चुका है। देश में बढ़ रही खुदरा महंगाई से आम जनता परेशान है।