कराची, पाकिस्तान के कराची में गर्मी के कारण कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई है. इस बारे में मंगलवार को एक अधिकारी ने बताया कि बेहद गर्म मौसम की मार झेल रहे पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में पिछले 48 घंटों के दौरान कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई है और अन्य लोगों हीटस्ट्रोक से पीड़ित हुए हैं.
बचाव अधिकारियों ने कहा कि सोमवार को मुर्दाघर भेजे गए 10 शवों के बाद मंगलवार को कराची और अन्य स्थानों की सड़कों पर 10 और शव मिले हैं. संदेह है कि ये सभी 40 डिग्री से ज्यादा तापमान के साथ चल रही लू का शिकार हुए हैं. बचाव सेवाओं और स्वास्थ्य अधिकारियों ने पुष्टि की है कि शवों पर कोई चोट के निशान नहीं हैं.
फुटपाथ और सड़कों पर मिले शव
पुलिस सर्जन सुम्मैया सैयद ने कहा कि अधिकांश शव फुटपाथों या सड़कों के किनारे लंबे समय से नशा करने वालों के हैं और जाहिर तौर पर उनकी मौत शहर में अत्यधिक गर्मी के कारण हुई है.”
उन्होंने कहा कि 20 शवों पर कोई चोट के निशान नहीं थे और मृतकों की शक्ल, शरारीक स्थिति से पता चलता है कि वे नशे के आदी थे. इन सभी के शव फुटपाथ या सड़क किनारे मिले थे.
मौसम विभाग ने सोमवार को शहर में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो रविवार के 41 डिग्री सेल्सियस से एक डिग्री अधिक था. यह तापमान कराची जैसे तटीय शहरों के लिए बहुत अधिक है.
हीटस्ट्रोक के पीड़ितों से भरा अस्पताल
डॉ. सैयद ने कहा कि शवों के अलावा, उन्हें तीन सरकारी अस्पतालों के इमरजेंसी में हीटस्ट्रोक पीड़ितों के कई मामले भी मिल रहे हैं. इस बीच ईधी वेलफेयर फाउंडेशन के अधिकारियों ने दावा किया कि शहर में उनके मुर्दाघरों में पिछले तीन दिनों के दौरान लाए गए शवों की संख्या में भी बढ़ोतरी देखी गई है.
ईधी फाउंडेशन के प्रमुख फैसल ईधी ने कहा, “हमारे तीन मुर्दाघरों में शवों की संख्या में तीन गुना से अधिक की वृद्धि देखी गई है और 23 जून के बाद से हमें अपने मुर्दाघरों में कम से कम 40 शव मिले हैं.”
मौसम कार्यालय ने अगले दो दिनों में भीषण गर्मी की भविष्यवाणी की है. इस दौरान तापमान 38 डिग्री से 40 डिग्री के बीच रहने की उम्मीद है.